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१५२. जोहानिसबर्गमें भारतीय बस्ती

जोहानिसबर्ग नगर-परिषदने प्रस्ताव किया है कि आगामी वर्षकी पहली अप्रैलको मलायी बस्तीके निकट रहनेवाले काफिरोंको क्लिपस्यूट भेजा जायेगा। क्लिपस्प्रूट जोहानिसबर्गसे १३ मील दूर है। अतः इसमें शक है कि इतनी दूर काफिर कैसे रह सकेंगे। क्लिपस्यूटमें काफिरोंकी बस्तीके पास ही परिषद भारतीय 'बाजार' बसानेका विचार कर रही है और सोचती है कि इस सम्बन्धमें परिषदको जब सत्ता मिलेगी तब वह 'बाजार' बसाया जायेगा।

मलायी बस्ती ले लेनेकी हलचल चल रही है। इसलिए भारतीयोंको आजसे चेत जाना चाहिए। सबसे अच्छा रास्ता यह है कि जोहानिसबर्ग में ही सारे भारतीयोंका समावेश हो जाये, ऐसी व्यवस्था कर लेनी चाहिए, यद्यपि हम मानते हैं कि मलायी बस्तीको लेने में अभी कुछ समय लगेगा और आगामी जूनके पहले भारतीयोंके लिए नये कानून बनना सम्भव नहीं है।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १८-११-१९०५


१५३. ट्रान्सवालके भारतीयोंको अनुमतिपत्रके सम्बन्धमें सूचना

हमें पता चला है कि अनुमतिपत्रकी अर्जी देनेवालोंसे जो गोरे गवाहोंके नाम माँगे जाते थे, वह तरीका अब बन्द कर दिया गया है। और अब पहलेकी तरह केवल भारतीयोंकी गवाहीसे काम चल जायेगा । आज तक भारतीय गवाहोंको बुलाकर पूछा नहीं जाता था, परन्तु अबसे भारतीय गवाहोंकी मौखिक गवाही शुरूसे ही ली जायेगी। इसलिए हमारी सिफारिश है कि बहुत सावधानीसे गवाह उपस्थित किये जायें।

लड़कोंके अनुमतिपत्रके सम्बन्धमें भी यह खुलासा हो गया दीखता है कि जिनके माता- पिता ट्रान्सवालमें हों और जो १६ वर्षकी आयुसे छोटे हों उनको अनुमतिपत्र मिल सकेगा। उसके सम्बन्धमें जो छपे हुए फार्म हैं उन्हें उनके अभिभावकों या पिताओंको भरना होगा।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १८-११-१९०५