३३८. पत्र: जे॰ एस॰ अकर्तेको
सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
२२ सितम्बर, १९२८
आपका पत्र मिला। इसमें कोई सन्देह नहीं कि बाल-विवाहके खिलाफ जितने ज्यादा युवक उठ खड़े होंगे और अवसर मिलनेपर अपने विरोधको कार्य रूपमें परिणत करेंगे, यह बुराई उतनी ही जल्दी मिटेगी। 'यंग इंडिया' में इस विषय पर मैं इतनी बार लिख चुका हूँ कि अब आपकी जातिसे सम्बन्धित इस विशेष मामले पर अलगसे लिखनेकी आवश्यकता मुझे नहीं नहीं जान पड़ती।
हृदयसे आपका,
सीनियर बी॰ ए॰ क्लास, हिस्लॉप कॉलेज
नागपुर
अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १३५३२) की माइक्रोफिल्म से।
३३९. पत्र: एन॰ लक्ष्मीको
श्रीमती एन॰ लक्ष्मी मेडिकल कॉलेज, वेल्लूर
सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
२२ सितम्बर, १९२८
आपका पत्र मिला। इस समय तो मैं आपको यही सलाह दे सकता हूँ कि आप 'गीतांजलि' पढ़ना जारी रखिए और साथ ही थोड़ा-सा 'गीता' भी पढ़िए। अगर आप 'यंग इंडिया' नियमित रूपसे पढ़ती रही हैं तो आपके प्रश्नोंके कोई उत्तर देनेकी जरूरत नहीं है।
हृदयसे आपका,
अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १३५३३) की माइक्रोफिल्म से।