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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

को कब पढ़ सकूंगा। इसलिए मैं आपसे केवल इतना ही वादा कर सकता हूँ कि मैं जल्दीसे-जल्दी उसे देखनेकी कोशिश करूंगा। लेकिन यदि आपका विचार उसे प्रकाशित करानेका हो तो मैं आपसे कहूँगा कि आप मेरी रायका इन्तजार न करें, बल्कि यदि मौलाना मजहरुल हक और डा० सैयद महमूद-जैसे मित्र उसे ठीक मानते हों, तो उसे प्रेसको भेज दीजिए ।

हृदयसे आपका,

बेगम जेबुन्निसा

मार्फत सैयद अहमद अली साहब
मुहल्ला साहबगंज

छपरा
अंग्रेजी (एस० एन० १२६३७) की माइक्रोफिल्मसे ।

२९६. पत्र : पिचप्पा सुब्रह्मण्यम् चेट्टियारको

मद्रास
२३ दिसंबर, १९२७

प्रिय मित्र,

आपसे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि जिस विवाहके लिए आपको कोलम्बो में मेरे पाससे चला जाना पड़ा था, वह यथावत् सम्पन्न हो गया । कृपया वर-वधू को मेरी शुभ-कामनाएँ एक बार फिर दे दीजिए और उनसे कहिए कि मैं उन दोनोंसे देशकी सेवाके लिए कार्य करनेकी अपेक्षा रखता हूँ ।

हाँ, लंकासे बहुत अच्छा चन्दा प्राप्त हुआ। आपसे कोई विशेष बात करनेको कहनेकी मुझे जरूरत नहीं है क्योंकि आपका सारा हृदय खादी सेवामें लगा है, जो कि इस समय देशकी सबसे अधिक व्यापक और व्यावहारिक सेवा है।

हृदयसे आपका,

श्रीयुत पिचप्पा सुब्रह्मण्यम् चेट्टियार

अमरावती पुदूर
गांधी नगर

जिला रामनाड
अंग्रेजी (एस० एन० १२६५९) की माइक्रो फिल्मसे ।