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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

कुछ कहना उचित नहीं होगा। यदि आप वहाँके लिए अपरिचित हैं तो मेरे लिए तो और भी अपरिचित हैं। अतः आपका कर्त्तव्य है कि लोग आपको अपनी ईमानदारी और मेहनतके साथ काम करनेके जरिये पहचानें। और मुझे विश्वास है कि कोचीनमें ऐसे उदार लोग पर्याप्त संख्यामें होंगे जो आपके अनुष्ठानमें शामिल हो जायेंगे ।

हृदयसे आपका,

मंत्री

अल्पवयस्क रक्षा समिति

कोचीन
अंग्रेजी (एस० एन० १२६४२) की माइक्रोफिल्मसे ।

२५७. पत्र : डी० आर० भाण्डारकरको

स्थायी पता : आश्रम, साबरमती
११ दिसम्बर, १९२७

प्रिय मित्र,

लगातार यात्रा करते रहनेके कारण मैं आपके पत्रका इससे पहले उत्तर नहीं दे सका। आपने जो समय-सीमा निर्धारित की है उसने आपके द्वारा मुझपर सौंपे गये कार्यको कर सकना लगभग असम्भव बना दिया है। यदि मैं स्वयं उसे न करूँ तो केवल महादेव उस कार्यको कर सकता है, लेकिन उसपर पहले ही जो कामका दबाव है, उसे और बढ़ानेको मेरा दिल नहीं करता । फरवरीतक उसके पास या मेरे पास एक क्षण भी फाजिल नहीं है ।

हृदयसे आपका,

प्रोफेसर डी० आर० भाण्डारकर

३५, बालीगंज, सर्कुलर रोड

कलकत्ता
अंग्रेजी (एस० एन० १२६४३) की माइक्रोफिल्मसे ।