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भाषण : जफनाकी सार्वजनिक सभामें

इन मामूली मतभेदोंको आपसमें ही निबटा सकते हैं। जहाँतक मैं इन पत्रोंसे समझ पाया हूँ, वास्तव में इस अनबनके लिए भी यहाँ कोई कारण नहीं है, लेकिन मैं आशा करता हूँ कि मैं भविष्यमें किसी अवसरपर इस विषयपर विस्तारसे कुछ कहूँगा । यहाँ तो मैं इतना ही कह सकता हूँ कि मैं इस सवालमें दिलचस्पी रखने- वाले हरएक व्यक्तिको मुझे मुक्त भावसे किन्तु संक्षेपमें अपने विचारोंको स्पष्ट करते हुए पत्र लिखनेको निमन्त्रित करता हूँ। इस मामलेमें आपकी कुछ भी सहायता करके मुझे बड़ी खुशी होगी ।

और अन्तमें, चूँकि आपने मुझे थैलियाँ भेंट करनेमें इतनी उदारता दिखाई है और मैं जानता हूँ कि अभी और भी बहुत-सी थैलियाँ मुझे मिलेंगी, इसलिए आपसे मेरा अनुरोध है कि अपने कपड़े रखनेकी आलमारीमें खादीको थोड़ा स्थान देकर आप अपनी मातृभूमिके प्रति अपना प्रेम और भारतके करोड़ों क्षुधात मानवोंके प्रति अपनी सहानुभूति बराबर बनाये रखिए। यह आपके और उन करोड़ों क्षुधार्त्त लोगोंके बीच एक जीवन्त सम्बन्ध होगा। मैं जानता हूँ कि इस मामले में सबसे बड़ा दोष आपके यहाँकी स्त्रियोंका ही है, और मैं उनमेंसे प्रत्येकसे अलगसे अनुरोध करता कि वे नफीस रेशमी साड़ियोंके मोहको कम करें और उनकी अभावग्रस्त बहनें जो वस्त्र तैयार कर सकती हैं उन्हींका उपयोग करके संतोष मानें । तब और केवल तभी उनके बारेमें ऐसा माना जायेगा कि वे अनुश्रुतियोंके अनुसार अपने पुनीत चरणोंसे इस भूमिको पावन करनेवाली सीताके आदर्शोंका किसी हदतक पालन कर रही हैं। मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूँ कि वे खादीकी साड़ी पहननेके कारण कुछ कम सुन्दर नहीं दिखेंगी। और मैं उन्हें इस बातके लिए भी अभीसे आगाह कर देता हूँ कि यहाँसे प्रस्थान करनेसे पूर्व मैं उनसे बहुत सारे जेवरात पानेकी अपेक्षा रखता हूँ ।

एक बात है, जो मुझे नहीं भूलनी चाहिए। आपने मुझपर भारी-भरकम चीजोंका बोझ लाद दिया है। मैं तो समझता था कि आप लोग चूंकि मुझे निकटसे जाननेका दावा करते हैं, इसलिए आपको यह भी मालूम होगा कि यदि आप मुझे मोटे-मोटे फेमोंमें मढ़वाकर मानपत्र भेंट करते हैं तो वे आपसे कुछ लेकर आपको ही लौटा दिये जायेंगे। आपने केवल मोटे-मोटे फेमोंपर ही बहुत खर्च नहीं किया है, बल्कि मानपत्रोंको भी सुन्दर ढंगसे सजाया है। यदि आपने यह सब मनमें यह बात रख कर नहीं किया हो कि आपसे इन मानपत्रोंको ऊँची कीमतोंपर खरीदनेको कहा जायेगा, तो उसका मतलब यह है कि आपने अपनी क्षुधा-पीड़ित बहनोंको उतने पैसेसे वंचित कर दिया है।

[ अंग्रेजीसे ]
विद गांधीजी इन सीलोन


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