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भाषण : नुवारा इलियामें

रखें, अपने बच्चोंको शिक्षा देनेके लिए रखें, उस दिनके लिए रखें जब आपके हाथ-पाँव अशक्त हो जायें और आपके लिए आराम करनेका समय आ जाये । यह सारी बचत आपके काम आयेगी, और मैं आपसे कहूँगा कि आप ईश्वरके नामपर इस बचतका कुछ अंश उन लोगोंकी खातिर भी इस्तेमाल कीजिए जो आपकी अपेक्षा कहीं अधिक गरीब हैं।

मैं यह भी जानता हूँ कि आपमें से बहुत से लोग शुद्ध जीवन व्यतीत नहीं करते । अपवित्र जीवन जीना गलत है। धरतीके सारे प्राणियोंमें केवल मनुष्यको ही ईश्वरने ऐसा रचा है जो स्त्रियोंमें बहन, बेटी, माँ और पत्नीमें भेद कर सकता है। ऐसी परिस्थितियों में रहने से इनकार कर दीजिए जिनमें आपके लिए अनुशासन, पवित्रता और संयमका जीवन जीना असम्भव हो । मेरी कामना है कि मेरी आवाज आपके मालिक लोग सुनेंगे, क्योंकि मैं जानता हूँ वे इस बातका ध्यान रखेंगे कि आपके दैनिक जीवनमें वे व्यक्तिगत दिलचस्पी लें। मैं जानता हूँ कि आपमें से बहुतसे लोग अपने खाली या फालतू वक्त और धनको जुआ खेलने में बर्बाद करते हैं । आपको अपने खाली समयका ऐसा दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। चूंकि आपको अपने वागानोंमें खुली हवामें रहनेकी पर्याप्त सुविधा है इसलिए मैं आपको सलाह दूंगा कि आप अपना खाली समय अपनी बुद्धिको विकसित करने में लगायें। और यदि आपके पास फालतू समय हो तो अपने और अपने परिवारके लिए आप सूत कातें ।

मैं जानता हूँ कि आप जब इस द्वीपमें आते हैं तो अपने साथ अस्पृश्यताका अभिशाप भी ले आते हैं। मैं आपको बताता हूँ कि हिन्दू धर्म में अस्पृश्यताका कोई औचित्य नहीं है। एक भी मनुष्यको अस्पृश्य समझना गलत है, और मैंने जो बातें आपको बताई हैं यदि आप उन्हें ध्यान में रखेंगे, और उनपर अमल करेंगे तो आप देखेंगे कि आप कहीं ज्यादा अच्छे पुरुष और कहीं ज्यादा अच्छी स्त्रियाँ बन जायेंगे ।

कोलम्बोसे प्राप्त एक पत्रमें मुझको याद दिलाई गई है कि लंकाके बहुत से बागानोंमें अंकुश कुमिका रोग बहुत होता है। इस रोगसे पूरी तरह बचा जा सकता है, और मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि आपके मालिक लोग आपको इस रोगसे बचनेका उपाय नहीं सिखा सके हैं। मैं निश्चित रूपसे जानता हूँ कि यह रोग केवल गन्दगीके कारण होता है। जो पत्र मुझे मिला है उसमें कहा गया है कि कुछ उपाय हैं जो काफी अच्छे हैं, और यदि ऐसे उपचार हों तो आप निश्चय ही उनका प्रयोग कर सकते हैं -- विशेष रूपसे यह देखते हुए कि इस रोगकी रोक-थाम बहुत आसानीसे हो सकती है। मुख्य चीज यह है कि आप अपनी स्वच्छता-सफाईका ध्यान रखें। मुझे यह मानते हुए दुख होता है कि सफाई-स्वच्छता सम्बन्धी आपके तरीके बहुत ठीक नहीं हैं। मैं जानता हूँ कि यदि बागान-मालिक लोग आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी शिक्षा देनेके लिए समुचित कार्रवाई करेंगे तो वे स्वयं अपने प्रति, आपके प्रति और मान- वताके प्रति अपने कर्त्तव्यका पालन करेंगे। यह रोग पानीको गन्दा करने और उसी पानीको सभी तरहके कामोंमें इस्तेमाल करनेसे होता है। यदि आप स्वास्थ्य विषयक बुनियादी बातोंको समझें और सीखें, और यदि आप पीनेके पानीको कपड़ा धोकर या