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४८७. पत्र: मोहनलालको

आश्रम
शनिवार, २५[१] सितम्बर, १९२६

भाई मोहनलाल,

इसके साथ रामेश्वरदासजीका पत्र है। उनका पता 'धूलिया' है। उन्होंने जो पुस्तकें मँगवाई है वे अभीतक न भेजी हों तो उन्हें अब हमारी प्रकाशित समस्त गुजराती और हिन्दी पुस्तकें भेज देना तथा साथमें बिल भी। वे उनका मूल्य भेज देंगे। उन्हें वी॰ पी॰ भेजने की आवश्यकता नहीं है। पैसा तुरन्त न आये तो मुझे लिखना।

गुजराती प्रति (एस॰ एन॰ १२२८६) की माइक्रोफिल्मसे।

४८८. पत्र: रामेश्वरदास पोद्दारको

आश्रम
साबरमती
शनिवार, भाद्रपद कृष्ण ४, [२५ सितम्बर, १९२६][२]

भाई रामेश्वरजी,

आपका पत्र मिला है। पुस्तकोंकी तजवीज में करता हूँ। मनुष्यकी अशान्तिका समाधान धीरज और संतोषसे ही हो सकता है।

आपका,
मोहनदास

मूल पत्र (जी॰ एन॰ १८६) से।

 
  1. साधन-सूत्रमें २६ तारीख दी गई है किन्तु शनिवार २५ सितम्बरका था।
  2. ढाककी मुहरसे ।