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कोचीनमें हाथ-कताई

तरुणावस्थामें पाँव रखता है, प्रकृतिको बहुत परिश्रम करना पड़ता है। उस अवसरपर विषयभोग और विशेषतया असमय यौन सम्बन्ध हानिकारक हैं।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, २२-७-१९२६

१९६. कोचीनमें हाथ-कताई

कोचीनकी विधान परिषदने पिछले साल एक प्रस्ताव पास किया था। प्रस्तावमें यह सिफारिश की गई थी कि राज्यकी शालाओंमें हाथ-कताईकी शिक्षा दाखिल की जाये। इस प्रस्तावको सरकारने भी स्वीकार कर लिया था। किन्तु स्पष्ट जान पड़ता है कि शिक्षा विभागने इस सम्बन्धमें अभीतक कुछ नहीं किया है। मुझे मालूम हुआ है कि कोचीन विधान परिषदके अगले अधिवेशनमें इस प्रस्तावपर चर्चा की जायेगी। आशा है कि इस प्रस्तावके सम्बन्धमें कोई अमली कार्रवाई की जायेगी। यदि ऐसा नहीं होता तो उसको रद कर दिया जाना चाहिए। जिन प्रस्तावोंपर अमल नहीं किया जाता, विधान परिषदोंमें उनके पास किये जानेसे और उनपर सरकारोंकी मंजूरी मिलनेसे कोई फायदा नहीं है। हाथ-कताई ऐसी चीज है जिसके लिए सतत और अविराम उद्योग करना, निगरानी रखना, संगठन करना और प्रयोग करना जरूरी होता है। हाथ-कताईका प्रस्ताव पास करनेवालोंको चाहिए कि वे तत्सम्बन्धी नीति निर्धारित करें, योजनाएँ सुझाएँ और उनपर अमल करनेमें सहायता भी दें। कोचीनमें शायद २ कालेज, ३५ हाईस्कूल, ७८ निम्नतर माध्यमिक स्कूल, ३६९ सरकारी या सरकारी सहायता पानेवाले प्राथमिक स्कूल, २८९ सहायता न पानेवाले स्कूल, २० उद्योगशालाएँ, १३ रात्रिशालाएँ और ४ विशेष शालाएँ हैं। इनमें १,०८,१५८ लड़के और लड़कियाँ हैं। इन स्कूलोंमें हाथ-कताईको विधिवत् लोकप्रिय बनानेकी बहुत गुंजाइश है।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, २२-७-१९२६