पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 31.pdf/१७७

यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१४१
अनीतिकी राहपर- ३

जापानी कपड़ेके हमारे उपयोगसे भी उनपर वैसी ही गरीबी आती है जैसी अंग्रेजी कपड़ेके उपयोगसे। इसी प्रकार सरकारी संस्थाओंको छोड़नेका हमारा कारण उनका राष्ट्रीयतामें बाधक होना है। इसलिए यह नहीं हो सकता कि हम दूसरे नामसे उसी चीजको फिर स्वीकार करें; और यह विश्वास भी करते रहें कि हम असहयोगी हैं। असहयोगका अर्थ यह है कि ऐसी सब बातोंसे सहयोग करना जो भारतीयताकी भावनाकी दृष्टिसे श्रेष्ठ ठहरें। हम बर्लिनमें रहकर ऐसी रुचिका विकास नहीं कर सकते। हमें अपने समस्त प्रयोग भारतमें ही करने चाहिए। जबतक हमें कोई परिपूर्ण और प्रभावकारी विकल्प नहीं मिल जाता तबतक हमें पहले कदमके रूपमें सरकारी संस्थाओंका त्याग करना चाहिए; यह बात बिलकुल स्पष्ट है। इसलिए जिन छात्रोंने वह कदम उठाया उन्होंने यदि उसे यह समझकर किया हो कि वे क्या कर रहे हैं तो उन्होंने बहुत ठीक किया। ऐसे ही छात्रोंका त्याग समय बीतनेपर देशके लिए अधिकाधिक लाभप्रद होगा। किन्तु जो छात्र अपने कियेपर पछता रहे हैं या अपनी स्थितिसे असन्तुष्ट हैं उनको निश्चय ही सरकारी संस्थाओंमें वापस जानेमें नहीं झिझकना चाहिए। आखिर यह आदर्शका विरोध है। और यदि असहयोगका आदर्श अच्छा है और भारतकी स्थितियोंमें हितकर है तो वह हर तरहकी बाधाओंके आनेपर भी अन्तमें सफल होगा ।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १५-७-१९२६

१४९. अनीतिकी राहपर— ३

विवाहित पुरुषोंका, आत्मसंयम द्वारा सन्ताननिग्रह करना एक बात है और सम्भोगके साथ-साथ तथा उस सम्भोगके परिणामसे बचानेवाले साधनोंकी सहायतासे सन्ताननिग्रह करना बिलकुल दूसरी। पहली सूरतमें लोगोंको लाभ ही लाभ है और दूसरी सूरतमें नुकसानके अलावा और कुछ नहीं। श्री ब्यूरोने आँकड़ों और मानचित्रोंकी सहायतासे दिखाया है कि पाशविक वृत्तियोंकी लगाम ढीली करने और फिर सम्भोगके स्वाभाविक परिणामोंसे बचनेके अभिप्रायसे गर्भाधानको रोकनेके कृत्रिम साधनोंके अधिकाधिक प्रयोगका फल यही हुआ है कि न केवल पेरिसमें, बल्कि समस्त फ्रांसमें, मृत्यु-संख्याकी अपेक्षा जन्म-संख्यामें बहुत कमी हो गई है। ८७ भागोंमें से, जिनमें कि फ्रांस विभाजित है, ६८ में पैदाइशकी औसत मौतकी औसतसे कम है। लॉटमें जन्म और मृत्युका अनुपात सौपर एक सौ बासठ है । तेर्नएगारोनमें यह अनुपात १०० पर १५६ है। उन १९ क्षेत्रोंमें जहाँ मृत्युकी अपेक्षा जन्मकी औसत अधिक है यह अन्तर बहुत ही थोड़ा है। केवल दस ही क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ मृत्युसे जन्मका अनुपात पर्याप्त अधिक है। अल्पसे-अल्प मृत्यु-संख्या मौबिओं और पास-डि-कैलेमें पाई जाती है; वहाँ जन्म-संख्याके साथ इसका ७२ : १०० का अनुपात है। ब्यूरोके अनुसार आबादी कम होते जानेका यह क्रम, जिसे कि वह 'आत्महत्या' कहता है, अभीतक रुका नहीं है।