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५६४. पत्र: ए॰ एल॰ नायरको

साबरमती
२३ मई, १९२६

प्रिय डॉ॰ नायर,

आपके इसी १९ तारीखके पत्रके लिए धन्यवाद। आपको जो कारण बता चुका हूँ, उन्हीं कारणोंसे मैं इस समारोहके निमित्त इस मासकी २६ तारीखतक बम्बईमें ठहरनेमें असमर्थ हूँ। मुझे आशा है कि समारोह सफल होगा और संस्थापकोंका मूल उद्देश्य फलीभूत होगा।

हृदयसे आपका,

डॉ॰ ए॰ एल॰ नायर


मेसर्स एन॰ पावेल एण्ड कं॰


बम्बई

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १९५६५) की माइक्रोफिल्मसे।

५६५. पत्र: एम॰ आर॰ हवेलीवालाको

साबरमती
२३ मई, १९२६

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। आपके एलबममें अपना हस्ताक्षर करके भेज रहा हूँ। लेकिन, मैं आपको बता देना चाहूँगा कि मेरा साधारण नियम तो यह है कि जबतक हस्ताक्षर लेनेवाले मेरे नौजवान मित्र मुझसे यह वादा नहीं करते कि वे खादी पहनेंगे और प्रतिदिन कमसे-कम आधे घंटेतक भारतके गरीब लोगोंके नाम पर और उनकी खातिर सूत कातेंगे, तबतक मैं उन्हें हस्ताक्षर नहीं देता। खादी पहननेके बारेमें तो मैं आपकी कठिनाई समझता हूँ, लेकिन क्या कातनेके सम्बन्धमें भी आपके मार्गमें वह बाधा आती है?

यह जानकर खुशी हुई कि श्री मॉरिस डॉ॰ रवीन्द्रनाथ ठाकुरके सचिवके भाई हैं। आपके शाकाहार व्रत और डॉ॰ बेसेंटके प्रति श्रद्धा रखनेके लिए आपको बधाई