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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

  दिख जाये। नींद अच्छी ले सकते हैं; एनीमा लेते हैं जिससे दस्त हो जाता है। पानी खूब पीते हैं। एक घण्टा खुद पढ़ते हैं और थोड़ा दूसरोंसे धार्मिक पुस्तकोंका वाचन करवाते हैं।

देवदासकी तबीयत अब अच्छी है, इसलिए...[१]आ जाये तो चलेगा। रामी अकेली होगी इससे उसे कुछ बुरा लगेगा, हालाँकि मणि, राधा आदि उसकी खूब सँभाल रखते हैं। साथमें सुब्बैयाको लानेकी बात सोचता हूँ। गुजराती प्रति (एस॰ एन॰ १९४९४) की फोटो-नकलसे।

५१८. पत्र: अ॰ भा॰ च॰ संघके मन्त्रीको

साबरमती आश्रम
१२ मई, १९२६

प्रिय महोदय,

आपके इस ८ तारीखके पत्र संख्या २७४३ के सम्बन्धमें

अभय आश्रमके कर्त्ता-धर्त्ता लोगोंने व्यक्तिगत जमानतपर २०,००० रुपयेतक उधार लेनेकी अनुमति माँगते हुए जो प्रार्थनापत्र लिखा है, उसके सम्बन्धमें मेरा विचार यह है कि अगर इस पैसेका उपयोग आश्रमके कार्योको आगे बढ़ानेमें करना हो तो यह अनुमति दे देनी चाहिए।

हृदयसे आपका,

मन्त्री


अ॰ भा॰ च॰ संघ


अहमदाबाद

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १११७७) की माइक्रोफिल्मसे।

  1. जैसा कि साधन-सूत्रमें है।