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विविध प्रश्न [—२]

  जल्दी सो जायें और रोजाना चार बजे बिस्तर छोड़ दें। 'भगवद्गीता', 'रामायण' आदि जिस पुस्तकमें आपकी अटल श्रद्धा हो, इस समय उस पुस्तकका पाठ करें और उसपर मनन करें।

इतना करें और विवाह करनेका विचार बिलकुल छोड़ ही दें। यह बिलकुल गलत खयाल है कि पवित्र जीवन बितानेके लिए विवाह करना आवश्यक है।

सूतके रूपमें चन्दा

'यंग इंडिया' के चन्देमें अपने हाथका कता सूत भेजनेका आपका प्रस्ताव सर्वथा मौलिक है। इस बारेमें कोई नियम नहीं रखा गया है तथा 'यंग इंडिया' के कार्यालयमें भी चन्देके खातेमें सूत लेनेका कोई प्रबन्ध नहीं है। किन्तु यदि आप २० नम्बरका ५०,००० गज अच्छा कता हुआ सूत मुझे भेज दें तो मैं 'यंग इंडिया' के व्यवस्थापकसे उसे चन्दे खातेमें स्वीकार कर लेनेकी प्रार्थना करूँगा। अर्थात् आश्रम उस सूतको खरीद लेगा और प्राप्त रकम 'यंग इंडिया' के कार्यालयमें चन्देके रूपमें जमा हो जायेगी। चन्देके लिहाज से ५०,००० गज सूत अधिक ही है, कम नहीं; किन्तु यह निर्णय करना सम्भव नहीं कि ठीक पाँच रुपयेमें कितना सूत लिया जाये। फिर, सूतकी परीक्षा करके और जँचवाकर ही स्वीकार किया जा सकता है। यदि आप सूत भेजने का निश्चय करें तो ५००—५०० गजकी लच्छियाँ बनाकर भेजें। गिनने अथवा जाँचनेमें कोई कठिनाई होनेपर हम उस सूतको चन्दे खातेमें स्वीकार नहीं कर सकेंगे। किन्तु यदि आप चाहें तो वह सूत आपके खर्चपर आपको लौटा दिया जायेगा।

[गुजरातीसे]
नवजीवन, २१-३-१९२६

३७९. विविध प्रश्न [—२]

कुनैनका नियमित रूपसे प्रयोग करें![१]

मैं अब कुनैन नहीं लेता। क्या आपको इस बातका विश्वास हो गया है कि कुनैन प्रयोग करनेसे मनुष्य सदाके लिए मलेरियासे छुटकारा पा जाता है या आप कोई ऐसा उदाहरण दे सकते हैं? बुखारके समय मैंने थोड़ी मात्रामें तीन-चार दिन कुनैन ली थी। अब तो बुखार चला ही गया है। डाक्टरने कुछ इंजेक्शन भी दिये थे, लेकिन मैं नहीं कह सकता कि उससे कितना लाभ हुआ, परन्तु किसी तरह की लम्बी दलील किये बिना ही मैंने इंजेक्शन ले लिये थे।

  1. पत्र लेखकने आग्रह करते हुए लिखा था कि मलेरियासे हमेशाके लिए छुटकारा पानेके लिए गाधीजीको नियमित रूपसे कुनैनका प्रयोग करना चाहिए।
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