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३४५. पत्र: प्रतापसिंहको

सत्याग्रहाश्रम, साबरमती
बुधवार, द्वितीय चैत्र सुदी २ [ १४ अप्रैल, १९२६ ][१]



कुमारश्री प्रतापसिंहजी,

आज काठियावाड़ राजनीतिक परिषद्की [ कार्यकारिणी ] समितिकी बैठक हुई। मैंने तो यह आशा की थी कि इससे पहले मेरे पत्रका उत्तर आ जायेगा, लेकिन आया नहीं। इसलिए मैं समितिके सदस्योंको सन्तोषजनक उत्तर नहीं दे सका। मुझे २२ तारीखको मसूरीके लिए रवाना हो जाना है, उससे पहले यदि आप उत्तर दे सकें तो आभारी होऊँगा।

मोहनदासके वन्देमातरम्

गुजराती पत्र (एस॰ एन॰ १९४५५) की माइक्रोफिल्मसे।

३४६. पत्र: जयसुखलालको

साबरमती आश्रम
बुधवार, १४ अप्रैल, १९२६

चि॰ जयसुखलाल,

परिषद्की [ कार्यकारिणी ] समितिको बैठकमें अमरेली कार्यालयको परिषद्ने अपने नियन्त्रणमें ले लेनेका निश्चय किया है और यह भी निश्चय हुआ है कि उसका ट्रस्ट बना दिया जाये। चर्चा तो खूब हुई। गारियाधार और पाँच तलावडीको जो भी कमीशन देना निकले, उसे राजकीय परिषद्के खातेमें जमा करना, कुछ भी नकद नहीं चुकाना।

गुजराती प्रति (एस॰ एन॰ १९४५६) की माइक्रोफिल्मसे।

  1. काठियावाड़ राजनीतिक परिषद्की बैठक तथा गांधीजीकी प्रस्तावित मसूरी-यात्राकी चर्चासे।