पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 3.pdf/५६१

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सांकेतिका श्री चेम्बरलेनपर, ४४३; -श्री चेम्बरलेन, लॉर्ड जॉर्ज हैमिल्टन तथा श्री रिचीके त्यागपत्रोंपर, ४८८; -श्री बुकर टी० वाशिंगटनपर ४६८-७१; -श्री मूअरकी रिपोर्टपर, ४३७-३८; -सन् १८५८ की घोषणापर, ३८३-८४; सम्राट और सम्राज्ञीकी आयलंड यात्रापर, ४२७-२८; -सर अल्वर्ट के भाषणपर, ३४२; सर चार्ल्स बाइक द्वारा लन्दनकी सभा में दिये गये भाषण पर, ४२३-२४; सर जॉर्ज फेरारके भाषणपुर, ४८९-९०; सर जेम्स हैलेटकी गवाहीपर, ४८८- ८९९ -सर हैरी एस्कम्बपर, ४६३-६४; सोमनाथ महाराजके मुकदमेपर, २-५ -टुअर्टकी भारतीय समाजको घसीटने की हलकी वृत्तिपर, ४९९-५००; - स्टुअर्टके कार्य वृत्तपर, ४८६-८७; - परवानोंके बारेमें, १९२; का उपहारमें प्राप्त आभूषण नेटाल भारतीय कांग्रेसको दान, २२३-२४; -का कांग्रेसके अवैतनिक मन्त्री पद से इस्तीफा, २२; का गवर्नरको धन्यवाद, २१२; का जहाज कम्पनियों द्वारा भारती- योंको सवार करनेसे इनकार करनेपर उपनिवेश- सचिवको पत्र, ५८ का ट्रान्सवालके भारतीयोंकी कठिनाइयोंके बारेमें ब्रिटिश एजेंटको पत्र, ९३-९७; -का परवानों के बारेमें श्री ओमानीको पत्र, २०५-६ का पूर्व भारत संघको श्री चेम्बरलेन के पास शिष्ट- मण्डल भेजनेका सुझाव, २०४; का प्रवासी-अधि- नियम संशोधन विधेयकपर उपनिवेश सचिवको पत्र, ७७-७९; का प्रो० गोखलेको भारतमें दक्षिण आफ्रिकी भारतीयोंके पक्ष में आन्दोलन चलानेका सुझाव, ३२३; -का प्लेग-निरोधके बारेमें पुस्तिका प्रकाशित करनेका सुझाव, ६०३ -का भारत के पत्रों और लोकसेवकोंको परिपत्र, ५५; -का भारतीय विद्यालय में भाषण, २१२; -का भारतीयोंको ट्रान्सवाल जानेका अनुमतिपत्र दिलानेके लिए उपनिवेश सचिवको पत्र, ५७९ का भाषण, ८६, का मॉरिशसके भारतीय समाजमें भाषण, २२६ - का वर्गगत कानूनोंको रद करानेका आग्रह, ३१२; का विदाई सभा में भाषण, २२१; -का कविश्रीके निधनपर समवेदनाका पत्र, २०६ -७; -का श्री जॉर्ज विन्सेंट गॉडफ्रेको अभिनन्दन पत्र देनेके लिए निमन्त्रण, ७; -का श्री देवकरण मूलजीको धनोपार्जनके लिए रंगून जानेका सुझाव, २४३ -की कलकत्ता कांग्रेस में दक्षिण आफ्रिकी भारतीयोंकी सहायता करनेकी अपील, २२९-३२; की कांग्रेसके आय-व्ययके चिट्ठे पर टीप २१८९ -की गवर्नर से परवाना पद्धति और ३ पौंडी करसे मुक्तिकी प्रार्थना, ३२४-२६; की ट्रान्सवालकी भारतीय स्थिति पर टिप्पणियाँ, ३२१-२२; की ट्रान्सवालके भारतीय शरणार्थियोंके पक्ष में ब्रिटिश समितिले संयुक्त कार्य- वाहीकी माँग, २०८-९९ की डॉ० बूथको आहत- ५१९ सहायक दलमें शामिल होनेकी अनुमतिके लिए श्री बेन्ससे प्रार्थना, १३७; -की दक्षिण आफ्रिका के भारतीयों की स्थितिपर टिप्पणियों, १७०-७६, २४८-५१, ४७९-८०९ की दृष्टिमें यूरोपीय रेलोंकी अपेक्षा भारतीय रेलोंके तीसरे दर्जे में बैठना ज्यादा अच्छा, २५५ की परीक्षात्मक मुकदमेपर टिप्पणियाँ ८-१२; की प्रवासी प्रतिबन्धक अधि- नियमके लागू करनेमें ढिलाईकी प्रार्थना, १०४; -की प्रो० गोखलेको पत्रोंमें आन्दोलन चलानेकी सलाह, २६०५ की प्रो० गोखलेको वजट भाषणपर बधाई, २५६; की बाजार-प्रणाली स्वीकार करनेकी शत, ३०१३ -की भारतके अकाल पीड़ितोंकी सहायता के लिए अपील, १६२-६३; की मेयरकी तजवीजपर टिप्पणी, ३४३; की वाइसरायकी सेवामें शिष्टमण्डल भेजनेके लिए अपील, २२७-२८; की सरकार से स्वयं सेवकोंको स्वीकार करनेकी प्रार्थना, १३६; -की हिसाब के ब्यौरेपर टिप्पणी, १४२; -के मतमें भारतीय यूरोपीयोंके समान विशेषाधिकारोंके हकदार, ३११; -को शिष्टमण्डल में शामिल करनेसे गवर्नर की इनकार, २९२ पा० टि०, -द्वारा अकाल-निधिके इतिहास- पर प्रकाश, १८८-८९; द्वारा अपने अविनयके लिए प्रो० गोखलेसे क्षमा-याचना, २४१; द्वारा आहतोंकी सहायता के लिए ५०० भारतीयों के नाम, पेश, १४३; द्वारा आहत सहायक दलकी ओरसे जनरल बुलरकी जीत पर बधाई, १४५ द्वारा आहत सहायक दलके नायकोंको उनकी सेवाओंके लिए भेंट, १५९; द्वारा कलकतेकी सभा में दक्षिण भारती- योंकी स्थितिपर प्रकाश, २३२-३३; -द्वारा कांग्रेसकी बैठककी सूचना, २२; द्वारा कांग्रेसके सामने तीन तजवीजें पेश, २७५, -द्वारा जुर्मानेकी वापसीके लिए अर्जी, ५; द्वारा ट्रान्सवालके पुराने कानूनोंसे नये कानूनोंकी तुलना, ३६८-७०; द्वारा ट्रान्सवालके भारतीयों के प्रश्नोंपर विस्तारसे प्रकाश, ४५४-५५; -द्वारा ट्रान्सवालकी सरकारके प्रति कृतज्ञता-प्रकाशन, ४९९; -द्वारा ट्रान्सवाली भारतीयोंके पक्षपर प्रकाश, ३११- १२; -द्वारा डोलीवाहकोंको उनकी सेवाओंके लिए भेंट, १५९-६०; -द्वारा तारकी विस्तारसे व्याख्या, ४३१-३२; द्वारा तैयार की गई नेटाल भारतीय कांग्रेसकी दूसरी कार्यवाही, १०६-१९; -द्वारा दादा उसमानकी अपीलकी पैरवी, १८; द्वारा नेटाल्के कानून में 'यूरोपीय भाषा' के स्थानपर 'साम्राज्य में बोली जानेवाली कोई भी भाषा' करनेका सुझाव, ३०३; -द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेसको नेटाल-सम्बन्धी खर्चका लेखा प्रेषित, २७५-७६; द्वारा नेटालमें भारतीयोंके प्रवासके इतिहासपर प्रकाश, २७२-७४; -द्वारा नेटाली भारतीयोंकी ओरसे महारानीकी मृत्यु- Gandhi Heritage Portal