पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 25.pdf/६८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

________________

३४ सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय न काता हो वे त्यागपत्र दें, आलस्य छोड़कर नियमपूर्वक कातने का अभ्यास करें और तब कांग्रेसमें फिर प्रवेश करें। इस तरह कांग्रेस दिन-प्रतिदिन शुद्ध और शक्तिमान संस्था बनती जायेगी। लेकिन गुजरातमें जो लोग प्रतिनिधि नहीं है उन्होंने काफी मात्रामें सूत भेजकर प्रतिनिधियोंके इस दोषको ढंक दिया है। १५ अगस्ततक सूत भेजनेवालोंकी कुल संख्या ६७२ थी। इसका अर्थ यह है कि प्रतिनिधियों के अलावा अन्य ५०३ भाइयों और बहनोंने अपना सूतका हिस्सा भेजा है। मैं इस स्थितिको आशाजनक मानता हूँ। इतनी सख्यासे मुझं आश्चर्य नहीं होता। कांग्रेस के प्रस्तावका मुद्दा ही यह है कि प्रतिनिधियोंकी देखा-देखी, उनके प्रयाससे लाखों भाई और बहन हमें यजके रूपमें अर्थात् मुफ्त प्रतिदिन अपनी आध घंटेकी मेहनत दें। अतएव मझे उम्मीद है कि आगामी मासमें ५०३ के बजाय बहुत अधिक भाई और बहन हमें अपने हाथका कता हुआ सूत भेजेंगे। सूत भेजनेवाले प्रतिनिधियोंका विवरण इस तरह है: । कुल प्रतिनिधि सूत भेजनेवाले सूत न भेजनेवाले अ०भा० कां० कमेटी प्रान्तीय कमेटी अहमदाबाद २३ २९ खेड़ा ११७ भड़ौंच ८२ सूरत ७८ पंचमहाल ४०८ २२ २६ roc २३९ ५३ ८४ फुटकर सूत भेजनेवालोंका विवरण निम्न प्रकार है: सूत भेजनेवाले अहमदाबाद आश्रम खेड़ा बोरसद पेटलाद कपडवंज नडियाद भादरण बड़ौदा आनन्द महमदाबाद खम्भात م م ه م م ه س به Gandhi Heritage Portal