बजाय किसी और क्षेत्रमें काम शुरू करने की हिम्मत आज मुझमें नहीं है । आज मैं जिस पौधेको यहाँ सींच-सँवार रहा हूँ, वह अगर बढ़कर मजबूत वृक्षके रूपमें आ जाये तो बाकी सब आसान ही है । इसलिए मैं आपसे तथा अन्य मित्रोंसे यही अनुरोध करूँगा कि मुझे अपना वर्तमान कार्य-क्षेत्र छोड़कर कोई और काम शुरू करनेका प्रलोभन देन के बजाय इस समस्याका अध्ययन कीजिए और यह जहाँतक आप सबको लाभकारी लगे, इसके पक्ष में विश्व जनमत तैयार कीजिए और इस प्रकार मेरे इसी कामको सफल बनाइए ।
अपने परिवारवालोंके लिए मेरा स्नेहाभिवादन स्वीकार करें।
हृदयसे आपका,
मो० क० गांधी
लीग ऑफ नेबर्स
ब्रॉड ऐंड वेस्ट ग्रैण्ड स्ट्रीट
एलिजाबेथ, न्यू जर्सी
यू० एस० ए०
- महादेव देसाईकी हस्तलिखित डायरीसे ।
- सौजन्य : नारायण देसाई
२३९. पत्र : वसुमती पण्डितको
आषाढ़ बदी १० [ २६, जुलाई, १९२४][१]
तुम्हारा कार्ड मिला। मानसिक चिन्ताको छोड़कर उपयुक्त उपचार करना और वहाँ रहकर अपने स्वास्थ्यको सुधार लेना । हजीरामें तुम्हारे लिए बन्दोबस्त कर रहा हूँ । गंगाबहनने सोमवारको पहुँचनेकी बात लिखी है। राधा ठीक तरहसे भोजन नहीं कर पाती ।
बापूके आशीर्वाद
- मूल गुजराती पत्र (सी० डब्ल्यू० ४५१) से ।
- सौजन्य : वसुमती पण्डित
- ↑ १. डाकखानेकी मुहरसे ।