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तार:मदनमोहन मालवीयको

कारणों को दूर करनेके उपायोंपर विचार किया जाये। ये कारण हैं—खिलाफत और पंजाब के साथ किये गये अन्याय तथा स्वराज्य। फिर वह ऐसा हो जिसमें केवल वही लोग न बुलाये जायें जिन्हें सरकार चाहे; बल्कि जनता के सच्चे प्रतिनिधियोंको बुलाया जाये। तभी वह सफल हो सकता है—तभी उससे लाभ हो सकता है।

[अंग्रेजीसे]
यंग इंडिया, २२-१२-१९२१

३२. तार:मदनमोहन मालवीयको[१]

[२० दिसम्बर, १९२१ या उसके पश्चात्]

बहुत खेद है अपेक्षित आश्वासन देने में असमर्थ हूँ। सम्मेलनोंके सन्तोषप्रद परिणामके बाद ही असहयोग रुक सकता है। कांग्रेसकी ओरसे निर्णय करनेका मुझे बिलकुल कोई अधिकार नहीं।

गांधी

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ७७३०) की फोटो-नकलसे।

  1. यह तार मालवीयजीके २० दिसम्बर, १९२१ के तारके उत्तर में भेजा गया था। तार इस प्रकार था: "निम्न आशयका तार तुरन्त भेजनेको आपसे प्रार्थना—यदि आपके नाम दासके तार में उल्लिखित मुद्दे स्वीकार हों और परिषद्के गठन तथा तिथिके बारेमें सहमति हो जाये तो आप हड़ताल वापस ले लेंगे और प्रस्तावित परिषदका परिणाम निकलने तकके लिए राष्ट्रीय शिक्षा, स्वदेशी और मादक वस्तुनिषेधके सिलसिले में हर सूरत में बिना धरनेके किये जानेवाले कामोंके अतिरिक्त असहयोग सम्बन्धी अन्य सभी कार्रवाइयोंको स्थगित कर देंगे और आप अपनी ओरसे युद्ध विराम सन्धिका सचमुच पूरा-पूरा पालन करेंगे। हम सभीके वांछित लक्ष्यके सर्वोपरि हितोंके लिए ऐसा आश्वासन अत्यावश्यक है।"