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१७९. टिप्पणियाँ

बारडोलीकी जनता से

आपने खूब अच्छा काम किया । सविनय अवज्ञाको आपकी किसी भूलके कारण नहीं वरन् गोरखपुरकी भूलके कारण बन्द करना पड़ा है। लेकिन हम सब भारतवर्षके हैं इसलिए गोरखपुरकी भूलका प्रभाव हमपर भी पड़ता है ।

सिपाही के लिए तो लड़ना अथवा न लड़ना एक समान होता है। उससे अगर लड़ने के लिए कहा जाता है तो वह लड़ता है और अगर रुकनेको कहा जाये तो वह रुक जाता है । कार्य समितिने रुकने के लिए कहा है इसलिए बारडोलीको रुकना चाहिए और लगान तुरन्त भरकर अपनी सिपहगरी सिद्ध करनी चाहिए ।

सविनय अवज्ञा भले ही स्थगित हो जाये परन्तु सत्याग्रह तो कभी स्थगित नहीं होता । सत्याग्रह तो हमें प्राणोंके समान प्रिय होना चाहिए। इसलिए सत्यको ही अनन्य भावसे वरण करनेके लिए, तथा उसके प्रतीक स्वरूप कार्य समितिने जो प्रस्ताव पास किया है हमें उसका पूर्णतः पालन करना चाहिए।

यद्यपि बारडोली - निवासी सविनय अवज्ञा करने के लिए बेचैन हो रहे थे तथापि उनमें त्रुटियाँ तो थीं ही । मेरी आपसे विनय है कि आप उन सब त्रुटियोंको दूर कर सविनय अवज्ञाके लिए और भी अधिक योग्य बनें ।

बारडोलीमें रहकर मैंने यह देखा कि वहाँ जिन्हें 'काली परज' कहा जाता है उनकी स्थिति लगभग गुलामोंकी-सी है । उजले वर्गोंके लोगोंका कर्त्तव्य है कि वे उन्हें अज्ञानसे मुक्त करें । उनका उजलापन इसीमें है । 'काली परज' के घरोंमें चरखेका प्रवेश होना चाहिए। उनके सारे बच्चे राष्ट्रीय स्कूलोंमें आने चाहिए। और उन्हें भी सामान्य ज्ञान मिलना चाहिए।

बारडोलीकी जनता कांग्रेसकी समस्त शर्तोंका पूरा-पूरा पालन करके और भी योग्य बने, ऐसी मेरी कामना है ।

शराब तो 'काली परज' ही पीते हैं । उनके घर जाकर उन्हें समझा-बुझाकर उनकी शराबकी आदतको छुड़ाना चाहिए। इसके लिए उन्हें दूध, छाछ अथवा शक्कर- का पानी आदि देना चाहिए ।

आप आज भी पंचायतों की स्थापना कर अपने झगड़ोंको आपस में ही निबटा सकते हैं। अपने स्कूलोंका विकास करके अपने बच्चोंको सम्पूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकते हैं । हरएक घरमें चरखा चालू करके तथा बुनकर और पींजनेवाले तैयार करके अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं और आर्थिक स्वतन्त्रता प्राप्त कर सकते हैं; एवं उससे प्राप्त होनेवाले लाभसे ही आप अपनी अदालतोंका, स्कूलोंका, मद्यनिषेधका तथा स्वदेशीका काम चला सकते हैं ।

कांग्रेसने आपको इसके उपाय भी सुझा दिये हैं। एक उपाय यह है कि प्रत्येक स्त्री-पुरुष कांग्रेसका सदस्य बन जाये और दूसरा यह कि तिलक स्वराज्य-कोष में आप सब अपनी गत वर्षकी कमाईका एक प्रतिशत दें ।