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भेंट : बॉम्बे क्रॉनिकल 'के प्रतिनिधिसे

स्थगित किया है । मेरे उपवासको लेकर तुम चिन्ता न करना । जबतक तुम्हें यह पत्र मिलेगा तबतक मेरा छोटा-सा उपवास खत्म हो चुका होगा । मेरा इरादा तो इससे भी बड़ा उपवास करनेका था, लेकिन मैंने सोचा कि मेरे लिए और उन गलती करनेवाले लोगोंके लिए, जिनके कारण मैंने यह उपवास रखा है, अभी इतना ही काफी है।

मालवीयजी, श्री जयकर और श्री नटराजन् पिछले शनिवारको यहाँ आये थे । मालवीयजी दो दिन और अन्य लोग एक दिन ठहरे। देवदास अभीतक गोरखपुरमें है और वहाँ बहुत अच्छा काम कर रहा है । प्यारेलाल और परसराम[१]इलाहाबादमें हैं। मैं अभी कुछ दिनोंके लिए बारडोलीमें हूँ । आश्रमसे मगनलाल और कुछ अन्य लोग भी कुछ दिनों के लिए यहाँ आये हुए हैं। ये लोग हाथ करघे और चरखेके आन्दोलनका प्रसार करने के उद्देश्यसे आये हैं ।

मेरे उपवासका यह तीसरा दिन है। अभी पौ फटी है; और मैं यह पत्र बोलकर लिखा रहा हूँ । मुझे उपवासके कारण कोई कमजोरी महसूस नहीं हो रही है, इसलिए उम्मीद है कि मुझे शुक्रवारको भी ज्यादा कमजोरी महसूस नहीं होगी ।

तुम्हारा,
बापू

श्रीयुत महादेव ह० देसाई

मार्फत / सुपरिटेंडेंट
जिला जेल

आगरा

अंग्रेजी पत्र (एस० एन० ७९२१) की फोटो नकलसे ।

१७२. भेंट : 'बॉम्बे क्रॉनिकल' के प्रतिनिधिसे

बारडोली
१५ फरवरी, १९२२

प्रश्न: क्या आपने निकट भविष्यमें या तुरन्त ही शुरू कर देनेके लिए कोई निश्चित कार्यक्रम तय कर लिया है ?

उत्तर : यदि आपके प्रश्नका अभिप्राय मेरे निजी कार्यक्रमसे है तो मैं अभी कुछ दिनोंतक बारडोलीमें ही रहकर यह देखना चाहता हूँ कि कार्य समिति द्वारा प्रस्तुत रचनात्मक कार्यक्रमका सबपर क्या प्रभाव पड़ रहा है । मुझे आशा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी उसे स्वीकार कर लेगी। इसमें प्रत्येक सच्चे कार्यकर्त्ताके लिए

 
  1. परशुराम मेहरोत्रा ।