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प्रर्थनापत्र : उपनिवेश-मंत्रीको

और २८ दिन हो चुके हैं। अब, और जबसे इन दोनोंने अपनी-अपनी यात्रा आरम्भ की तबसे अबतक, इनमें स्वस्थता रहने का सर्वथा स्पष्ट प्रमाण मिल चुका है। इन वास्तविकताओंके बावजूद आपने अपना विचार यह घोषित किया है कि आप इन जहाजोंको यात्री उतारने का अनुमतिपत्र देनेसे तबतक इनकार करते रहेंगे जबतक इन्हें और इनके यात्रियोंको ओषधियों द्वारा शोधित किये हुए (आपके ही शब्दोंमें) बारह दिन नहीं बीत जायेंगे। हमारे मुवक्किलोंकी हिदायत है कि हम इस कार्रवाईके विरुद्ध प्रतिवाद करें और आपको सूचना दे दें कि आपके अनुमतिपत्र देनेसे इनकार करने के कारण उनको जो भी नुकसान होगा और जहाजोंको अधिक समय तक रोक रखने के कारण उनके यात्रियोंके स्वास्थ्यको जो हानि पहुँचेगी, उस सबके लिए जिम्मेवार आपको ठहराया जायेगा।

इसी प्रकार, हमें आपका ध्यान इस बातकी ओर खींचने की भी हिदायत की गई है कि अब जहाजोंको बन्दरगाहके बाहरी भागमें लंगर डाले खड़े हुए आठ दिनसे ऊपर बीत चुके हैं। और यद्यपि आपने गुरुवारके प्रातःकाल इस पत्रके लेखकको सूचना दी थी कि शायद उस दिन दोपहर बाद आप जहाजोंका ओषधियों द्वारा शोधन करने की व्यवस्था करेंगे, फिर भी आपके आजके पत्रसे लगता है कि आपने अबतक वैसी कोई कार्रवाई नहीं की है। इस विलम्बके लिए भी आपको ही जिम्मेवार ठहराया जायेगा।

जहाजोंके मालिकोंके खर्चपर यात्रियोंको तटपर संगरोधमें रखने के सम्बन्धमें हम आपको सूचना देना चाहते हैं कि हमारे मुवक्किल अनुमतिपत्र न देनेकी आपकी कार्रवाईको कानूनके खिलाफ मानते हैं। और इस कारण वे आपकी किसी कार्रवाईमें, आपसे यह प्रार्थना कर देनेसे अधिक, कोई भाग नहीं लेना चाहते कि आप जिसे जहाजोंका ओषधियों द्वारा शोधन करना कहते हैं, उसे करने के लिए जो भी उपाय करना उचित समझें सो, घंटा-भरका भी अनावश्यक विलम्ब किये बिना, कर डालें। इसके अतिरिक्त, आपने जो रास्ता सूझाया है उससे हमारे मुवक्किलोंकी हानिमें कमी नहीं होगी, क्योंकि वे फिर भी जहाजोंका माल नहीं उतार सकेंगे।

हम इस बातका भी यहाँ उल्लेख कर देना चाहते हैं कि जहाजोंके यहाँ पहुँचने पर स्वास्थ्य-अविकारीने अपना यह मत प्रकट किया था कि जहाजोंको यात्री उतारने की अनुमति बिना किसी खतरेके दी जा सकती है, और मुझे वैसा करने दिया जाये तो मैं अनुमतिपत्र दे दूँगा। परन्तु इसपर उसे मुअत्तिल कर दिया गया और उसके स्थानपर आप नियुक्त कर दिये गये।

यह भी एक तथ्य है कि पहले तो इस प्रश्नपर श्री एस्कम्बने डॉ॰ मैकेंजी और डॉ॰ ड्यूमासे बातचीत की और फिर उन्होंने आपको सुझाया (जैसाकि उन्होंने स्वयं इस पत्रके लेखकको बतलाया है) कि आप उनको बुलाकर यात्री उतारने की अनुमति देनेसे इनकार करने के विषयमें उनकी सम्मति ले लें।

आपके आज्ञाकारी सेवक,
(हस्ताक्षर) गुडरिक, लॉटन ऐंड कुक