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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

और अरब व तुर्क, ४४५; -और
टर्की, ५४६; -और मुसलमान, २; -के
दौरान मुसलमानोंकी राजभक्ति, ५०२:
- में पंजाबका योगदान, १३०-३१; -में
भारतीयोंकी सेवाएँ, ११३
महिला, -विश्वविद्यालय, पूना, ३७१; (ऍ)
और कताई, ३६, ३७३; -और देश-
सेवा, ५९; -और फैक्टरियोंमें काम,
५५; - और मार्शल लॉ, २८४; -और
मिलोंमें काम, ३५८; -कारखानों में काम
करनेवाली, ३६५; -(ओं) की गांधीजी-
के कार्यक्रम में दिलचस्पी, ३४-३८
मावरसिंह, २८७
मॉडर्न रिव्यू, ३७१
मॉण्टेग्यु, ई॰ एस॰ ११२, ३३८, ३९२,
४४७, ४६८, ५४३, ५४७
मॉण्टेग्यु-चैम्सफोर्ड सुधार, ८०, ३१९, ३३३
पा॰ टि॰, ४०५-६, ४३१, ५०४,
५१७, ५४३
मायाराम, गोसाई, ३००, ३०५
मायासिंह, २९५
मार्टिन, न्यायमूर्ति, ८५, ८८, ९२, १२७,
२९७
मॉर्ले, लॉ ५०, २६३-६४, २८२, २९७-९८,
३०८-११, ३१८-१९; -के अन्तर्गत
सलामी देनेका आदेश, १९८-९९,
२०१-४; - के दिनोंमें जनताका
उत्पीड़न, २१०-१४, ३२१; -खेमकरन-
में, २५३-५४; -गुजराँवालामें, र्ड, ४४३-
मार्शल, २०७
मार्शल लॉ, २४, १९२; -अकालगढ़ में, ४५;
-अमृतसरमें, ३१५; -और पत्रकारिता
२३८; -और महिलाएँ, २८४-८५;
-और रेंगनेका आदेश, २०१-२; -और
वकील, २२६-२९, २५१-५२, २९८,
३११-१२; -और विद्यार्थी, ४८, २४८-
४९, २५३, २६३-६६, २७५, २९८-
९९, ३१४; -कसूरमें, ४५, २४६-५४;
-के अन्तर्गत कोड़ोंसे मारपीट, २००-
२०४; के अन्तर्गत गिरफ्तारियाँ,
२०५-६; -के अन्तर्गत मुकदमे, ७०
पा॰ टि॰, २१३-१४, २३८-४६, २४७-

मलकवालमें, ३५-३६, ४५,
३१३; -मोमनमें, २८२-८३; -राम-
नगरमें, ४५; -लायलपुरमें, ४५,
३०६-१२, ३१४; -लाहौरमें, ४५,
३१४; -वजीराबादमें, ४५, २६४-
६५; -शेखपुराम, ४५; -सरगोधामें,
४५; -साँगला हिलमें, ४५, २७९;
-हाफिजाबादमें, ४५; देखिए सैनिक
कानून भी
मार्शल लॉ आयोग, २१४-१५, २३८, २४६,
२८५, २९५
मार्शल लॉ ट्रिब्यूनल, देखिए सैनिक अदालतें
मार्सडन, २४७-४९, २५३
५०, २६३-६४, २८२, २९७-९८,
३०८-११, ३१८-१९; -के अन्तर्गत
सलामी देनेका आदेश, १९८-९९,
२०१-४; - के दिनोंमें जनताका
उत्पीड़न, २१०-१४, ३२१; -खेमकरन-
में, २५३-५४; -गुजराँवालामें, ४५,
२६१, ३१४-१५; - गुजरात (पंजाब)
में, ३४, ४५, ३१२-१४; -चूहड़खाना-
में, ४५; - जलालपुर जट्टाँमें, ३१३-
१४; - तरनतारनमें, ४५, २१६;
-निजामाबादमें, ४५; -पट्टीमें, २५३-५४;
मालवीय, मदनमोहन, ३४, ३९, ४७-४८,
६१, ८६, १४३, १६२-६३, ३१९,
३२५, ३४५, ३६०, ३७१, ४१०
४६६-६८, ५५६; और असहयोग,
५२७; -का शाही विधान परिषद्से
त्यागपत्र, १०२; -की सेवाएँ, ४८;
-द्वारा शाही विधान परिषद् में प्रश्न,
३१०
मालिक, -और मजदूरोंके सम्बन्ध, १९-२१,
३५६-६०
मावलंकर, ग॰ वा॰, ४३८, ४८०
मित्र राष्ट्र, -तथा हिंसा, ५३३
मिराजदीन, २१२