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तारीखवार जीवन-वृत्तान्त
मई ३० : असहयोग आन्दोलनपर विचार करनेके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीकी बनारस में बैठक। गांधीजीने भाग लिया।
जून १ : इलाहाबाद में हिन्दू-मुस्लिम संयुक्त सम्मेलन शुरू। गांधीजीने भाग लिया।
जून २ : भारत सरकारके असाधारण 'गज़ट' में प्रान्तीय परिषदों, भारतीय विधान सभा और राज्य परिषद्के संशोधित नियमोंके प्रारूप प्रकाशित।
इलाहाबाद में हिन्दू-मुस्लिम संयुक्त सम्मेलन जारी।
जून ३ : इलाहाबाद में अखिल भारतीय केन्द्रीय खिलाफत समितिको बैठक; गांधीजीने असहयोगपर भाषण दिया।
जून ४ : गांधीजीने बम्बई में खादी भण्डारका उद्घाटन किया।
जून ५ : नडियाद में स्वदेशी भण्डारका उद्घाटन किया।
जून ११ : गांधीजीने बम्बई में भारतीय साम्राज्यीय नागरिकता संघकी बैठक में भाग लिया।
जून १३ : समाचारपत्रोंको दिये गये वक्तव्य में दक्षिण आफ्रिकी आयोग द्वारा प्रवासियोंको स्वदेश वापस भेजनेकी योजनाका विरोध किया।
जून १९ : जवाहरलाल नेहरूको मसूरीसे चले जानेका आदेश वापस ले लिया गया।
जून २१ : टिनैवेली में मद्रास प्रान्तीय सम्मेलनका आयोजन; एस॰ श्रीनिवास आयंगारने अध्यक्षता की।
जून २२ : हाउस ऑफ कॉमन्समें पंजाबके उपद्रवोंपर प्रश्न पूछे गये। मॉण्टेग्युको प्रश्न आदि पूछकर परेशान किया गया।
गांधीजीने वाइसरायको पत्र लिखा और मित्र राष्ट्रों द्वारा टर्कीके साथ की गई सन्धि-शर्तोंके विरोध में असहयोग करनेके निर्णयकी सूचना दी और उसके साथ ही वाइसरायको इस विषयपर मुसलमानोंका प्रार्थनापत्र भी भेजा।
जून २५ : गांधीजीने बम्बई में खिलाफत समितिकी सभा में भाग लिया।
जून २६ : गांधीजीने हंटर समितिकी रिपोर्टके प्रति विरोध व्यक्त करनेके लिए आयोजित सार्वजनिक सभामें भाषण दिया।
जून २७ : मित्र राष्ट्रों द्वारा प्रस्तावित शर्तोंपर टर्कीने अपने प्रति प्रस्ताव रखे।
जून २८ : हैदरावादके निजाम द्वारा 'मोहि-उल-मिल्लत वद्दीन' खिताबका त्याग।
जून ३० : गांधीजीने समाचारपत्रोंको वक्तव्य दिया जिसमें १९१९ के सुधार अधिनियमके अन्तर्गत विधान परिषदोंके चुनाव में भाग न लेनेका अनुरोध किया।