पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 17.pdf/२८४

यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२५२
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

प्र०-क्या आपको मार्शल लॉका प्रशासक होने के नाते मालूम है कि १२ तारीखको और बादमें भी कई वकीलोंने विधि और व्यवस्था कायम रखने-में अधिकारियोंकी सहायता की थी, और उनमें से एक को तो श्री शेरबोर्नकी जान बचाते हुए भी देखा गया था?

उ०-जी हाँ।

प्र०-क्या यह जानते हुए भी कि कई वकीलोंने, जैसा मैंने बताया है,उस ढंगसे अधिकारियोंकी सहायता की थी, आप अपनी इस बातको सही मानते हैं कि ये वकील अपनी सरकार-विरोधी भावनाओंके लिए प्रसिद्ध हैं?

उ०-मैं अपने बयानपर कायम हूँ, और कहता हूँ कि यह सुनी-सुनाई बात है।

प्र०-क्या आप अब भी अपनी बातको सही मानते हैं?

उ०-मैं मानता हूँ कि आपके पेश किये हुए तथ्य सही हैं।

प्र०-यदि ये तथ्य सही हैं तो क्या आप अपने बयान में रद्दोबदल करने के लिए तैयार हैं, या अब भी आप अपने कथनपर कायम हैं जिसमें आपने सारे नगरपर राजद्रोहका लांछन लगाया है?

उ०-मैं आपसे ही पूछता हूँ कि क्या सभी वकीलोंने वह सब रोकनेको कोशिश?

प्र०-मैं यहाँ आपके प्रश्नोंके उत्तर देनेके लिए नहीं हूँ।

उ०- ठीक है, तब मैं भी आपके प्रश्नोंके उत्तर नहीं देना चाहता। कर्नल मैकरने यह भी कहा था कि अमृतसरके व्यापारियोंने हड़तालमें शामिल न होनेवाले कसुरके व्यापारियोंकी हुण्डियोंको सकारने से इनकार कर दिया था।कर्नल मैकरेने अपने उत्तरमें इसे भी एक सुनी-सुनाई बात बतलाया था और कहा था कि "उनके पास इसे साबित करनेके लिए कुछ नहीं था। " इस अफसरने यह हुक्म भी दिया था कि मार्शल लॉके नोटिस जाने-माने आन्दोलनकारियोंके घरोंपर लगाये जायें।सर चिमनलालने पूछा कि "एजीटेटर्स" (आन्दोलनकारियों) शब्दसे उनका क्या अभि-प्राय था। कर्नल मैकरेका उत्तर था :"मेरा खयाल है अंग्रेजी भाषासे उसका अर्थ स्पष्ट है।'

प्र०-लेकिन 'एजीटेटर्स' शब्दसे आपका आशय क्या है?

उ०-मैं अपने बयानमें जितना कुछ कह चुका हूँ, वही मेरा उत्तर है।

प्रश्नों और उनके बेतुके उत्तरोंका यह क्रम थोड़ा और लम्बा चला था। हमने ये अंश यह दिखलाने के लिए उद्धृत किये हैं कि कमसे-क्रम इस अफसरने अपने इतने दायित्वपूर्ण कर्त्तव्योंका पालन किस ढंगसे किया, और जिसके लिए सरकारने उसे पहलेसे अभयका आश्वासन दे रखा है।

इस अफसरने ये आदेश भी जारी किये थे कि जिस व्यक्तिके घरकी दीवारपर लगाया हुआ सरकारी ऐलानका कोई भी नोटिस बिगाड़ा या फटा हुआ पाया जायेगा,