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पत्र : मगनलाल गांधीको

उसे आश्रय दे। अगर उसे देहातमें आश्रय न दिया जा सके, तो उसे वहाँसे ले आना चाहिए। मैं चाहता हूँ कि आप अपनी मित्रताका उपयोग इस बहनके रक्षार्थ करें। उत्तम मार्ग पहले आजमाएँ।

[गुजरातीसे]
महादेवभाईनी डायरी, खण्ड ४

८२. पत्र : मगनलाल गांधीको

मोतीहारी
पौष सुदी ८ [जनवरी २०, १९१८]

चि॰ मगनलाल,

लगता है कि मुहम्मदअलीके बारेमें विकट संघर्ष करना होगा। अगर हिन्दुस्तान मेरे कहेपर चलेगा तो भारत-सरकारको अच्छी तरह मुँहकी खानी पड़ेगी। हिन्दू-मुसलमान जो कभी एक नहीं रहे, एक हो जायें; गोमाताकी रक्षा हो और दुनियामें अहिंसा-धर्मका जयनाद गूँजने लगे; किन्तु इस हद तक सफलता मिलनेके पूर्व मुझे कठिन अग्नि-परीक्षासे होकर गुजरना होगा। जिस सत्ताने आजतक किसी भारतीयको कुछ नहीं गिना, वह सत्ता मुट्ठी-भर भारतीयोंके द्वारा ललकारी जानेपर जरूर लड़ेगी और उस समय उसका प्रकोप असहनीय होगा। तथापि मैंने तो उसे झेलनेकी ठान रखी है। मैं यह पत्र तुम्हें इस बातकी याद दिलाने के लिए लिख रहा हूँ कि तुम सावधान रहना कि उस झंझावातमें कहीं आश्रमको मिला हुआ धन हम जाने-अनजाने खो न दें। यह तो मैं तुमसे कह ही चुका हूँ कि मेरे नामसे कोई चीज किसी भी जगह न रहे। सब-कुछ अपने ही नाम रखना। जहाँ-जहाँ मेरा नाम हो वहाँ-वहाँ अपना करा लेना। बम्बई बैंकमें रेवाशंकरभाईने जो रकमें जमा की हैं उनकी रसीदपर शायद हम दोनोंके, मेरे और उनके नाम हैं। उसमें मेरी जगह तुम्हारा नाम आ जाना चाहिए। दुर्घटना आदि आकस्मिक प्रसंगोंके खयालसे अपना वसीयतनामा कर देना और उसमें अपना वारिस[१]...और डॉक्टरको नियुक्त करना। इस प्रकार मैंने तुम्हारे कार्यकी रूपरेखा निश्चित कर दी है। तुम्हें कपड़ा बुनने तथा खेतीके काममें ही लगे रहना है। सन्तोकको[२] ऐसी तालीम देनी है कि वह उस कार्यमें तुम्हें पूरे मनसे योग दे सके। इस कामके साथ-साथ और इसकी सफलताके लिए तुम्हें राधा[३] और रुखीको[४] आदर्श कुमारिकाएँ बनानेका भगीरथ प्रयत्न करना है। यह सब करते हुए तुम्हें श्रेष्ठ धर्मका पालन करना ही पड़ेगा। इसलिए

तुम दिन-प्रतिदिन स्वभावतः मोक्षकी दिशामें अग्रसर होते रहोगे। इस प्रकार इस कार्यके द्वारा तुम्हारा सत्याग्रह और तुम्हारी देशसेवा कृतार्थ होगी। जो-कुछ भी धन हमारे पास है वह इन्हीं दो प्रवृत्तियोंके लिए तथा राष्ट्रीय पाठशालाके लिए है। कानूनमें भी यही स्थिति रहेगी। जो रकमें तुम्हारे नाम की जानेवाली हैं वे तुम्हारी मिल्कियत नहीं

 
  1. मूलमें यहाँ कुछ शब्द छोड़ दिये गये हैं।
  2. मगनलाल गांधीकी पत्नी।
  3. मगनलालकी कन्याएँ।