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पत्र: फूलचन्द शाहको

सामलदास,[१] डॉक्टर एदल बहराम, रेवाशंकरभाई,[२] मनसुखलाल, रामजीभाई, मद्रास के सीताराम पंडित,[३] रतिलाल सेठ, कामेश्वर पंड्या, अमृतलाल ठक्कर, गोपालजी ठक्कर,[४] कृष्णराव, पट्टणी,[५],शंकरलाल बैंकर।[६] इनके अलावा तुम्हें, मगनलालको अथवा अन्य लोगोंको कोई और नाम सूझे तो मुझे लिखना। भाई पोपटलाल चुडगरको[७] तथा अपने पोपटलालको भी भेजनेका विचार है। साथमें अंग्रेजी प्रति[८] भेज रहा हूँ। उसी तरह मद्रास आदि स्थानोंमें गैर-गुजराती लोगोंको भेजा गया है। वहाँसे कोई उत्तर अथवा पैसा आये तो सूचित करना।

‘पायनियर’ में श्री इर्विनका पत्र था। मुझे उसपर टीका करनेका अवसर मिल गया और इसलिए मैंने उत्तर[९] लिखा। वह उत्तर वहाँ देखनेमें तो आया होगा। फिर भी चूँकि मेरे पास अनेक कतरनें आ गई हैं, एक कतरन भेज रहा हूँ । इस पत्रका जितना असर हुआ है उतना बहुत सारे भाषणोंका भी नहीं होता। [मेरा खयाल है। समस्त कतरनें जमा की गई होंगी। ‘बंगाली’ में से कतरन वहाँ नहीं मिली होगी, वह भी भेजता हूँ।

मैं यहाँ बुधवार तक हूँ। बादमें मोतीहारी जाऊँगा। तुम्हारे पत्र वहाँ मिलें तो अच्छा। यह सम्भव है कि एनीबाईके[१०] सम्बन्धमें मुझे २१ तारीख तक बम्बई आना पड़े।

मूलजीभाईकी तबीयत कैसी रहती है इसके सम्बन्धमें अवश्य लिखते रहना। पूंजाभाई मारवाड़ जानेवाले थे, क्या वे गये? बम्बईसे पुस्तकें आनेवाली थीं, क्या वे आ गईं?

शिवपूजनके[११] सन्दूकके सम्बन्धमें कुछ बन्दोबस्त हुआ? चि० मगनलालको इस बातकी खबर है। क्या आश्रमवासी हिन्दी सीखनेका लाभ स्वामीजीसे ले सकते हैं? मेरी समझमें स्त्रियाँ यह लाभ नहीं ले पायेंगी।

मोहनदासके वन्देमातरम्

  1. १. बम्बईके व्यापारी और उदार दलीय राजनीतिज्ञ; पश्चिम भारतमें सहकारी-आन्दोलनके प्रवर्तक।
  2. २. झवेरी।
  3. ३. राजकोटके वैरिस्टर जो गांधीजीके मित्र थे।
  4. ४. भावनगरके व्यापारी।
  5. ५. सर प्रभाशंकर दलपतराम पट्टणी (१८६२-१९३७), भावनगर रियासतके दीवान; इंडिया कौंसिलके सदस्य १९१७-१९१९।
  6. ६. शंकरलाल बैंकर (जन्म १८८९- ) यंग इंडियाके प्रकाशक। वे १९२२ में गांधीजीके साथ जेल गये।
  7. ७. राजकोटके बैरिस्टर; जो बादमें सौराष्ट्र उच्च न्यायालयके जज भी रहे; काफी समय तक रियासत के जन-आन्दोलनसे सम्बन्धित।
  8. ८. देखिए “आश्रम-कोषके लिए परिपत्र”, ३-७-१९१७ को या उसके बाद।
  9. ९. देखिए “पोशाकके वारेमें पायनियर को उत्तर”, ३०-६-१९१७।
  10. १०. श्रीमती एनी बेसेंट।
  11. ११. एक बालक जो अगस्त १९१४ में मगनलाल गांधीके साथ फोनिक्ससे भारत आया था।