पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 13.pdf/१५७

यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
११२. पत्र : ए० एच० वेस्टको

अहमदाबाद

अगस्त ३, १९१५

प्रिय वेस्ट,

तुम्हारे और छगनलालके लिए सत्याग्रह कोषका हिसाब' और मेरा तद्विषयक पत्र भेज रहा हूँ। पत्रसे सब स्पष्ट हो जायेगा। तुम वहाँ हिसाबको प्रकाशित भी कर सकते हो। कुछ मुद्दोंमें यह मानकर कि उनकी जरूरत पड़ेगी, पहलेसे कुछ रकमें निर्धारित कर दी गई हैं। २,०२३ पौंडकी राशि वहाँके विकासके लिए रखी गई है। इससे तुम खेतीको सुधार सकोगे, परन्तु याद रहे कि जरूरत पड़ने पर इसी जगहमें इस समय जितने सत्याग्रही हैं उससे अधिक रखे जाने हैं। यह तो स्पष्ट ही है कि जरूरत न हो तो यह रकम खर्च न की जाये।

फीनिक्स आश्रमके लिए निर्धारित ३,००० पौंडकी राशिमें 'इंडियन ओपिनियन की सहायता भी शामिल है। इससे तुम पीड़ितोंके मामले सामने ला सकोगे और उनकी मदद भी कर सकोगे। तुम डर्बनमें कार्यालयकी एक शाखा भी खोल सकते हो और ऐसे प्रवासियोंके बारेमें जानकारी इकट्ठी कर सकते हो जो बड़ी कठिनाईमें पड़े हुए हों, और उन्हें मुफ्त सहायता भी पहुँचा सकते हो । तुम ऐसे मामलोंकी खबरें आदि देते रहनेके लिए लोगोंको नियुक्त भी कर सकते हो। यह खर्च उसी हालतमें मुनासिब माना जायेगा जब तुम पत्रका उपयोग स्थानीय लोगोंकी सहायताके लिए करोगे। सत्याग्र- हियोंके सहायतार्थं निर्धारित रकमका अर्थ यहाँ और वहाँ दोनों ही जगह राहत देना है। मैं यहाँ विधवाओं और ऐसे ही अन्य लोगोंकी सहायता कर रहा हूँ। फीनिक्समें और अन्यत्र भी ऐसे लोग हैं। मैंने एक मोटा हिसाब लगाया है।

वलिअम्मा भवनपर, ४,००० पौंड तक खर्च किये जा सकते हैं।

सम्भव है कि फीनिक्सके लिए निर्धारित राशिके सम्बन्धमें कुछ चर्चा हो । किन्तु मैंने पूरे मामलेको जिस तरह निपटाया है उसके अतिरिक्त और कुछ नहीं कर सकता था। यदि तुम्हारे कामका परिणाम अच्छा निकला तो अन्तमें आलोचना बन्द हो जायेगी। यदि कुछ और अधिक जानकारी मिली हो तो मुझे देना। मैं इस पत्रकी नकल करा रहा हूँ ताकि यदि तुम अपने पत्र-व्यवहारमें इसका उल्लेख करो तो इसकी बातें मेरे सामने रहें।

हृदयसे तुम्हारा

मेरी सलाहपर मगनलालने जो लिखा है वह मैंने पढ़ लिया है; मैं उससे सहमत हूँ। तुम भी मुझे उसके सम्बन्धमें अपने विचारोंसे अवगत कराना। यदि वहाँ हिसाबके सम्बन्ध में कोई प्रश्न उठे तो तुम उसके विषयमें श्री पेटिटसे सलाह लेना।

हस्तलिखित मूल अंग्रेजी दफ्तरी प्रति (एस० एन० ६२१५) की फोटो-नकलसे।

१. देखिए “पत्र : जे० बी० पेटिटको ”, १६-६-१९१५।