जनवरी ९ : गांधीजी व ऐन्ड्रयूज प्रिटोरिया पहुँचे, एक भेंटमें 'प्रिटोरिया न्यूज'को विश्वास दिलाया कि रेलवे-हड़ताल समाप्त होने तक सत्याग्रही सरकारको तंग नहीं करेंगे।
जनवरी ११ : बेंजामिन राबर्टसन डर्बन पहुँचे।
जनवरी १२ : श्रीमती शेख मेहताब तथा उनकी माता, हनीफा बीबी मरित्सबर्ग जेलसे रिहा।
जनवरी १३ : स्मट्सने एक संक्षिप्त भेंटमें गांधीजीको राबर्ट्सनके प्रिटोरिया पहुँचने तक प्रतीक्षा करने के लिए कहा, ऐन्ड्रयूजकी गवर्नर-जनरल ग्लैड्स्टनसे मुलाकात।
जनवरी १६: गांधीजीकी स्मट्ससे मुलाकात; सुझाव पेश किये।
जनवरी २०: गांवीजीको प्रिटोरियाके मुसलमानों और हिन्दुओंका लिखित वक्तव्य मिला, जिससे उन्होंने सत्याग्रहके प्रश्नपर मतभेद होनेका निराकरण किया था।
जनवरी २१ : गांधीजी बेंजामिन राबर्ट्सनसे मिले; गृह मन्त्रालयको लिखकर सत्याग्रह पुनः प्रारम्भ न करने या आयोग के कार्य में बाधा न डालनेका विश्वास दिलाया।
जनवरी २२: ऐन्ड्रयूज स्मट्ससे मिले। गांधीजी और स्मट्सके बीच अस्थायी समझौता, सरकार द्वारा भारतीयोंकी सलाह लेनेका सिद्धान्त स्वीकार। गांधीजीका प्रिटोरियासे फीनिक्सके लिए प्रस्थान, सत्याग्रह स्थगित।
जनवरी २३ : जोहानिसबर्ग पहुँचे; 'रैंड डेली मेल' को भेंट दी; अस्थायी समझौते के बारेमें गोखलेको तारसे सूचना; १५, एडर्सन स्ट्रीट, जोहानिसबर्ग में कार्यालय स्थापित; डर्बन जेलसे बहुतसे सत्याग्रही रिहा।
जनवरी २५ : गांधीजी द्वारा डर्बनकी सार्वजनिक सभाम समझौतेके आशयपर प्रकाश; सभा द्वारा उसका अनुमोदन। भारतीय सुनारों द्वारा ऐन्ड्रयूजके सम्मान में किये गये स्वागत समारोहमें शामिल।
जनवरी २६ : भारतीय जाँच आयोगकी पहली बैठक डर्बनमें हुई।
जनवरी २८: रायटर तथा एस० ए० प्रेस एजेंसीने नेटाल भारतीय कांग्रेसकी बैठक द्वारा जाँच आयोगके सामने गवाही देनेका निर्णय किये जानेके बारेमें रिपोर्ट दी।
बहुत-से भारतीय संघों द्वारा अस्थायी समझौतेके समर्थनमें गोखलेको तार।
जनवरी २९ : बेंजामिन राबर्टसनने आयोगके सामने गवाही दी।
जनवरी ३० : गांधीजी व ऐन्ड्रयूजने संयुक्त रूपसे गोखलेको तार दिया कि नेटाल भारतीय कांग्रेसकी बैठक २८ जनवरीको यों ही बुला ली गई थी, उसका कोई महत्त्व नहीं।
ऐन्ड्रयूज व मणिलाल गांधी पोटर मैरित्सबर्ग पहुँचे।
जनवरी ३१: मैरित्सबर्गके भारतीयोंकी सार्वजनिक सभा द्वारा ऐन्ड्रयूजका सम्मान और गांधी-स्मट्स समझौतेका अनुमोदन।
फरवरी ४: राबर्ट्सन फीनिक्स बस्ती गये।
फरवरी ६ : गांधीजीको ट्रान्सवाल तथा नेटालके सत्याग्रहियोंकी रिहाईके बारेमें सरकारके निर्णयकी सूचना दी।