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परिशिष्ट १४
(१) उपनिवेश-कार्यालयको गवर्नर-जनरलका तार

दिसम्बर १, १९१३

गोपनीय कल जोहानिसबर्ग में भारतीयोंकी जो सभा तीन-पौंडी कर तो एक व्यापक और घावोंमें से केवल एक घाव है; ब्रिटिश सिवा और किसी भी बातसे सन्तुष्ट फिर अपनी स्थिति बदल दी है। मैं ही सुबह उनसे मिला स्थानीय इस सप्ताह भर उसके अध्यक्ष काछलियाने कहा कि गहरी बुराईका आभास देनेवाले अनेक प्रकट भारतीय गिरमिटिया प्रथाकी पूर्ण समाप्ति के नहीं होंगे । इससे स्पष्ट है कि भारतीयोंने जे० सी० स्मटस के डर्बनसे लौटनेपर आज अधिकारियोंका खयाल है कि हड़ताल चलेगी । कोयलाखानों और दक्षिण तटपर भारतीय कामपर जे०सी० लगभग लगे हुए उत्तर-तटपर कोई सी० तीन- पौंडी २,५०० अब भी हड़तालपर स्मटसका कहना है कि हड़तालके कारण नेटालका रुख कड़ा हो गया है । करकी मंसूखीका विरोध हो रहा है और [भारतीय मजदूरोंको] पुनः अपने देश भेज देनेकी चर्चा गरम सरकारको अभी ऐसा करनेका अधिकार प्राप्त नहीं बातका इतमीनान कर लिया गया है कि जेलोंके अहातोंमें कोई हिंसात्मक कार्रवाई नहीं हुई। अलबत्ता पुलिसको दंगाइयोंके विरुद्ध कभी-कभी लाठियोंका प्रयोग खुलकर करना पड़ा और उससे निःसन्देह कई लोगोंपर चोटके निशान भी आ हालाँकि है । गये । सरकारी जेल- निरीक्षक बारेमें रिपोर्ट देनेके इनकार करता मारडलको न्यू कैसिल और डंडी जिलों [की जेलों]की व्यवस्थाके लिए भेजा गया, लेकिन भारतीय संघ उसको सहायता देनेसे जे० सी० स्मटसने कहा कि [मामलेकी] अदालती जाँच तो करवानी ही है, और उन्होंने तदर्थ आयोगके अध्यक्षके रूपमें नेटाल्के न्यायाधीश ढोव विल्सनका नाम सुझाया । मैंने कहा कि यह तो बिल्कुल ही बेकार होगा । अगर आयोग नियुक्त करना हो तो उसे काफी सत्ता देनी चाहिए और उसमें कमसे कम तो रखे ही जाने चाहिए । मैंने आग्रह किया कि सॉलोमनको अध्यक्ष जाये और डोव विल्सन तथा ट्रान्सवालके किसी एक अच्छे प्रतिनिधिको कि यह जाँच ट्रान्सवालके दंगोंके मामलेकी जाँचसे बहुत अधिक जे० सी० स्मट सका रुख अनुकूल जान पड़ा। मैंने उनसे आग्रह कि यदि ऐसा पड़ा कि भारत सरकारसे कोई समझौता किये विना मन्त्रिगण [भारतीयको] पुनः अपने वतनमें भेज देनेके पक्ष में हैं तो यहाँके भारतीय कदाचित् यही कहेंगे कि मन्त्रियोंका उचित शिकायतों को दूर करनेसे इनकार करना ब्रिटिश प्रजाजनोंको उनके घर-बार और रोजगार-धन्धेसे वंचित करके उन्हें देशसे निकाल बाहर करनेके बराबर है। जे० स्मटस इस बात से सहमत हो गये कि किसी तीन सदस्य नियुक्त किया सदस्य । मैने बताया महत्त्वपूर्ण होगी । किया जान सी०