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आरोग्यके सम्बन्धमें सामान्य ज्ञान [-१५]


सामने पेश है। इसलिए अगर सरकारकी नीयत साफ है तो उसके लिए हमें न्याय दिलवानेका यह सुनहला अवसर है और अगर हम इरादेके पक्के हैं, अगर संघ इरादेका पक्का है तो सरकारको भी सच्चा व्यवहार करना पड़ेगा। अगर हमारा संकल्प सच्चा है तो हम जगह-जगह सभाएँ करके संघके प्रस्तावोंको बल प्रदान करेंगे तथा अगर संघका संकल्प सच्चा है तो वह अपनी मांगसे एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा भले ही उसे [लोगोंका] समर्थन प्राप्त हो या न हो।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, १२-४-१९१३

१८. आरोग्यके सम्बन्धमें सामान्य ज्ञान [-१५]

७. कसर

मनुष्य के लिए जितनी आवश्यकता हवा, पानी और अन्नकी है उतनी ही कसरतकी भी है। यह अवश्य सच है कि बिना कसरत किये भी मनुष्यका अनेक वर्षों तक निर्वाह हो सकता है। हाँ, किन्तु खुराक, हवा, पानी और अन्नके बिना वह नहीं जी सकता। जिस प्रकार खुराकका हमने एक विशेष अर्थ किया है उसी प्रकार कसरतका भी करना होगा। कसरतका मतलब केवल गिल्ली-डंडा, फुटबॉल-क्रिकेट अथवा धूमना-फिरना आदि ही नहीं है। कसरतका ठीक मतलब है शारीरिक और मानसिक काम। जिस प्रकार खुराक हमारे हड्डी-मांसके लिए और मनके लिए भी जरूरी है, ठीक उसी प्रकार कसरत भी शरीर और मन के लिए आवश्यक है। यदि शरीरको व्यायाम न मिले, तो वह बीमार होगा और मनको भी व्यायाम नहीं मिले, तो वह शिथिल हो जायेगा। मूढ़ता भी एक प्रकारका रोग ही गिना जायेगा। यदि हम बड़े-बड़े पहलवानोंके लिए, जो कुश्ती लड़ने में नामी है किन्तु जिनके मन गॅवारों-जैसे ही हैं, नीरोगी शब्दका उपयोग करें, तो यह हमारा अज्ञान ही गिना जायेगा। अंग्रेजीकी एक कहावतके अनुसार “तन्दुरुस्त शरीरमें तन्दुरुस्त मन"वाले व्यक्तिको ही नीरोगी माना जाना चाहिए।

ऐसे व्यायाम कौन-से हो सकते हैं? प्रकृतिने तो हमारे लिए ऐसी योजनाएँ कर रखी है कि हमें निरन्तर व्यायाम करना ही पड़ता रहे। यदि हम शान्तिपूर्वक थोड़ा विचार करें, तो हमें मालूम होगा कि दुनियाका एक बहुत बड़ा भाग खेती-पर अपना निर्वाह करता है। किसानके घरमें सभीको पर्याप्त व्यायाम मिल जाता है। वह प्रतिदिन आठ-दस या उससे भी अधिक घंटे तक खेत आदिमें काम करता है, तभी उसे खाना और कपड़ा प्राप्त होता है। उसे मनकी भी कोई अलहदा कसरत नहीं करनी पड़ती। किसान तो मूढ़ दशामें काम कर ही नहीं सकता। उसे जमीनकी मिट्टीकी पहचान होनी चाहिए; ऋतुओंके परिवर्तनको जानकारी रखनी चाहिए; दक्षतापूर्वक हल चलाना आना चाहिए और सूर्य तथा सितारोंकी गतिकी भी साधारण जानकारी