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भाषण : ट्रान्सवाल भारतीय महिला-संघमें

हृदयमें स्मृतिके रूपमें वे सदा अमर रहेंगे। यह बात अवश्य दुःखकी है कि वे लोग आज अपने उदाहरणसे सबको प्रेरणा देनेके लिए हमारे बीचमें नहीं हैं। परन्तु जब में इस प्रश्नपर गहराई के साथ विचार करता हूँ तो मुझे लगता है कि यह हमारे लिए हर्ष ही की बात है कि हमारे बीच ऐसी तीन महान आत्माएँ थीं जिन्होंने सत्यके लिए--मैं देशके लिए नहीं कहूँगा-- अपने जीवनका सदुपयोग किया । देशको तो वे जानते ही नहीं थे। उससे तो वे पूर्णतः अपरिचित थे, क्योंकि उनका जन्म इस उप- निवेशमें हुआ था। अपनी मातृभूमिकी उन्हें कल्पना तक नहीं थी। उनके लिए तो दक्षिण आफ्रिका ही मातृभूमि थी। परन्तु हाँ, वे इतना जरूर जानते थे कि यह लड़ाई एक पवित्र लड़ाई है, धर्म-युद्ध है, सत्यकी लड़ाई है। वे सत्यके लिए जिये और सत्य ही के लिए उन्होंने अपनी जान तक दे दी; और इसीलिए मुझे लगता है कि यह रोनेकी नहीं, खुश होनेकी बात है। और यह भी कि इन वीरात्माओंके अमर स्मारक ईंट-पत्थरसे नहीं, बल्कि प्रत्येकको अपने हृदय में बनाने चाहिए। और जब कभी हमें लगे कि प्रलो- भनोंके सामने कहीं हमारी आत्मा झुक न जाये तब हम इन तीनों शहीदोंके नाम-स्मरण कर लें। अगर हम ऐसा कर सके तो सच्चे अर्थमें कहा जा सकेगा कि हम इनकी समाधियोंका सम्मान कर रहे हैं और तभी श्रीमती फिलिप्सका इतनी दूर यहाँ यह विधिसम्पन्न करने के लिए आना सार्थक हो सकता है।

[ अंग्रेजीसे ]

इंडियन ओपिनियन, २९-७-१९१४


३७०. भाषण : ट्रान्सवाल भारतीय महिला संघमें

जोहानिसबर्ग

जुलाई १५, १९१४

श्री गांधीने कहा : वक्ताओंने आज मेरा वर्णन संरक्षक और गुरु कहकर किया; परन्तु मुझे लगता है कि मैं इन पदवियोंका पात्र नहीं हूँ। हाँ, अगर आप मुझे अपने प्रिय भाईके रूपमें स्वीकार कर लें तो इसे मैं अपना सबसे बड़ा सम्मान समझँगा । मैं जानता हूँ कि मैं कहीं भी रहूँ, आप सबका अपनी बहनोंके रूपमें स्मरण करना अपना परम सौभाग्य मानूंगा। आपका सह-कार्यकर्ता तथा सहयोगी सत्याग्रही होनेके नाते, और आपकी अपेक्षा कुछ अधिक अनुभव होने के नाते मैं आपको केवल यही सलाह देना चाहता हूँ कि जिस कामको आपने शुरू किया है, उसे बराबर जारी रखें। आपने अभी तक शानदार काम किया है। आप लोग सम्पूर्ण एकता बनाये रहें और जब कभी कर्त्तव्यकी पुकार सुनें, तब उसके पालनमें कभी गफलत न करें। जरूरत देखें

१. गांधीजीको विदाई देनेके लिए एवनजर चर्चं हॉलमें ट्रान्सवाल भारतीय महिला संघकी सभा हुई थी । संघकी अध्यक्षा श्रीमती रामा मूदलीने सभापतित्व किया ।