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५. तार : गृह-मन्त्रीको

फीनिक्स
अप्रैल ९, १९१३

गृह-मन्त्री
केप टाउन

मेरा आजका तार[१] मैं देखता हूँ पाँचके उप-खण्ड (छ:) से शिक्षित प्रवासियोंकी पत्नियों और नाबालिग बच्चोंकी रक्षा नहीं होती जबकि पहले विधेयकसे होती थी। विधेयकमें यह स्पष्ट नहीं है कि फ्री स्टेटमें शिक्षित प्रवेशाथियोंको कोई ज्ञापन (डिक्लेरेशन) नहीं देना पड़ेगा;अलबत्ता उनपर व्यापार, खेती-बाड़ी और भूमिके स्वामित्वसे सम्बन्धित प्रतिबन्ध लागू रहेंगे। कृपया सूचित करें कि दूसरे परिशिष्टमें १९०७ के अधिनियम २ को रद करनेकी अवधि बढ़ानेके लिए वे शब्द क्यों जोड़े गये है जो पिछले विधेयकमें नहीं है।[२]

गांधी

गांधीजीके स्वाक्षरों में संशोधित टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५७५३), की फोटो-नकलसे।

६. पत्र: ई० एफ० सी० लेनको

फीनिक्स
नेटाल
अप्रैल ९, १९१३

प्रिय श्री लेन,

पत्रोंमें यह सूचना निकली है कि प्रवासी विधेयककी पूरी जिम्मेदारी जनरल स्मट्सपर रहेगी। विधेयकका पूरा पाठ मैने अभी-अभी देखा है। मैंने सरकारको जो तार[३] भेजा है उसकी नकल संलग्न कर रहा हूँ। इससे जनरल स्मट्सको स्पष्ट हो जायेगा कि केवल सत्याग्रहकी दृष्टिसे भी यह विधेयक कितना अधिक आपत्तिजनक है। आप देखेंगे कि मेरे तारमें लगभग सभी मुद्दोंकी चर्चा है। आपको शायद याद हो कि इनमें से कुछ आपत्तियोंपर विस्तारपूर्वक विचार-विनिमय किया गया था और,

  1. १.देखिए पिछला शीर्षक ।
  2. २. गृह-मन्त्रीके उत्तरके लिए देखिए परिशिष्ट ३ ।
  3. ३. देखिए " तार : गृह-मन्त्रीको", पृष्ठ ७ ।