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सम्पूर्ण गाँधी वाङ्मय

प्रार्थना अस्वीकार की गई तो हम पुनः गिरफ्तार होंगे तथा समाजको और भी कड़े संघर्ष में जूझनेकी सलाह देंगे। आज सार्वजनिक सभा हुई, लगभग छह हजार लोग उपस्थित । उपर्युक्त सलाहका अनुमोदन करते हुए सर्वसम्मतिसे प्रस्ताव पास। ट्रान्सवाल अन्य केन्द्र एकमत। सभामें बताया कि प्रतिकूल उत्तर मिलनेपर लोग अपर्याप्त खुराकपर डर्बनसे प्रिटोरिया पैदल कूच करने और पुनः गिरफ्तार होनेके लिए तैयार रहें। उस मार्गसे हजारोंके शामिल होनेकी आशा। सभाको गोलियां चलनेकी सम्भावनासे आगाह किया था फिर भी लोगोंने शपथपूर्वक तत्परता व्यक्तकी। चर्चा कौंसिलों, कुछ प्रभावशाली यूरोपीयोंने कमीशनके अस्वीकार किये जानेका समर्थन किया है। प्रिटोरियासे डर्बनकी यात्राके दौरान सभी मुख्य स्टेशनोंपर भारतीयोंके प्रतिनिधि हमसे मिले। अत्यधिक उत्साह और वर्तमान कमीशनके प्रति तिरस्कारकी भावना सर्वव्यापक। रिहा होनेपर पता चला लोगोंने बड़ी संख्या में अप्रत्याशित रूपसे कष्ट सहन करने की शक्तिका परिचय दिया। प्रभावशाली नेतृत्वके अभावमें गिरमिटिया भारतीयोंकी पूर्ण सह्योग, अनुशासन और संकल्पसे कार्य करने की योग्यताको देखकर हम चकित रह गये। भारतीयोंसे शीघ्रातिशीघ्र प्रबल सहयोग देनेके लिए कहें।

गांधी
कैलेनबैक
पोलक

[अंग्रेजीसे]
सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी

२. इस तारका उतर श्री गोखलेने अगले दिन दिषा: ॥ चूंकि रिहाई बिना किसी शतके अत: अत्यावश्यक कि सारी स्थिति और घटनाओंकी पूरी जानकारीके साथ पोलक इंग्लेंड रवाना हो जाये । इंग्लेंडके समाचारपत्रोंको अच्छी तरह अवगत रखना नितान्त आवश्यक । संसदका अधिवेशन २ फरवरीको। रैमजे मैकडॉनल्ड विशेष रूपसे गिरमिट प्रथा और हड़तालको दवानेके लिए अपनाये गये तरीकों के प्रश्नको उठा रहे है।" देखिए “तार : गो० कृ० गोखलेको", पृष्ठ ३०३ और पाद-टिप्पणी भी ।