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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


सोनेसे पहले गहरी साँसें ले। वह हररोज पन्द्रह मिनट तक जैतूनके तेलसे अपनी छाती और पीठपर मालिश करे। यह मालिश धीरे-धीरे किसी मजबूत आदमीसे करानी चाहिए। मालिश मगनलाल या रामदासको करनी चाहिए। उसे (छगनलालको) क्षय रोगके ऊपर डॉ० कार्टनका शोध-निबन्ध पढ़ना चाहिए। मेरा खयाल है, वह लेख मैंने मगनलालको पढ़नेके लिए दिया था। मुझे आशा है कि श्री दाउदने मगनलालको वे पुस्तकें लौटा दी होंगी जो हसनको दी गई थीं। मैं चाहता हूँ कि उनमें से आहार-चिकित्सा मुझे भेज दी जाये।

मैंने फोक्सरस्ट जेलके जेलरको ये चीजें लौटा दी थीं; एक बंडल जिसमें श्री कैलेनबैक और मेरे कम्बल थे और मेरा चमड़ेका लिखनेका केस, उत्तर रामचरित, एडीसनके निबन्ध और दयानन्द द्वारा किये गये ऋग्वेद, आदिके भाष्य। जेलरने इन चीजोंको वापस फीनिक्स भेजनेका वचन दिया था। यदि वे तुम्हारे पास हों तो उनमें से एडीसनके निबन्ध श्रीमती पोलकको लौटा दिये जायें। मुझे आशा है श्रीमती पोलक बच्चों सहित ठीक होंगी और उनकी जरूरतकी सब चीजें उन्हें दी जा रही होंगी।

जो मासिक हिसाब तैयार करते हैं, वह फीनिक्स बस्तीके न्यासियों (ट्रस्टियों) को ही बराबर दिया जाना चाहिए। क्या श्री उमर बस्तीमें आते हैं? यदि नहीं, तो उन्हें उनके वादेकी याद दिला देना।

श्री बद्रीके मुकदमेका क्या हुआ? तुम श्री बद्री या श्री एफ० एस० टैथमसे, जिन्हें श्री पोलकने मुकदमा सौंपा है, पूछताछ कर सकती हो। श्री इस्माइल पारेखने मुझे लिखा था कि मुकदमा अनिश्चित समयके लिए स्थगित किया जा सकता है।

श्री खुशालभाईको यह भी लिखना कि मैं जब कभी भारत आऊँगा अपनी भतीजी तुलसीका हिसाब निपटा दूंगा। यदि मैं १८ महीने के भीतर न लौटा तो उसे निपटानेकी कोई अन्य व्यवस्था करूँगा। ब्याजके बारे में मुझे सन्देह है। मैं यह भी कह दूं कि मैंने डॉ० मेहताको लिखा था कि वे मेरी भाभीको मासिक रकम भेजते रहें। यदि वे यह रकम भेजने लगे हों तो खुशालभाईको १० पौंड भेजनेकी जरूरत नहीं है।

श्रीमती गांधीसे मेरा आग्रह है कि वे मेरे बारेमें चिन्तित न हों। अपने स्वास्थ्यका खयाल रखकर वे मुझे अपना स्वास्थ्य अच्छा रखनमें ज्यादा सहायता देंगी। उनके स्वास्थ्यका मूल-मन्त्र यही है कि वे बताया गया आहार ही करें।

तुम सबको बहुत-बहुत प्यार,

हृदयसे तुम्हारा,
मो० क० गांधी

[पुनश्चः]

यह पत्र सब लोग पढ़ लें और फिर कुमारी श्लेसिन जहाँ भी हों, वहाँ उनके पास भेज दिया जाये। श्री कोतवालको पत्र लिखो तो मेरी याद लिखना । मुझे आशा है कि लालचन्द मदद दे रहा होगा। उसका स्वास्थ्य कैसा है, और छोटा बच्चा कैसा है ?

गांधीजीके हस्ताक्षरयुक्त हस्तलिखित मूल अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ५९१३) की फोटो-नकलसे।