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१७०. तार : जनरल बोथाको

[न्यूकैसिल
अक्टूबर २३, १९१३के पूर्व]

हमने सुना है कि आपने कोयला खानोंके मैनेजरोंसे कहा कि भारतीयोंको संघर्ष के लिए ही हड़तालकी सलाह दी गई है और यह कि स्वार्थमय उद्देश्योंसे हड़तालियोंको घोखमें डाला गया है। मै निवेदन करना चाहता हूँ कि ऐसा कोई इरादा न कभी था और न है। हड़तालकी सलाह केवल तीन पौंडी करके सम्बन्धमें दी गई है। यह कदम इसलिए जरूरी हुआ कि इसे रद करनेका जो वचन माननीय गोखलेको दिया गया, वह पूरा नहीं किया गया। साथ ही यह प्रदर्शन गत सत्रमें दिये गये सरकारके इस वक्तव्यके प्रति भी विरोध प्रकट करता है कि नेटालके अधिकांश मालिक करके रद किये जानेके खिलाफ है। यदि सरकार अगले अधिवेशनमें कर रद करनेका वचन दे सकें तो हड़तालियोंको कामपर जानेकी सलाह दे दी जायेगी।

[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, २९-१०-१९१३

१७१. तार : अखबारोंको

[न्यूकैसिल
अक्टूबर २३, १९१३]

हम हड़तालियोंको यह सलाह दे रहे हैं कि वे खाने छोड़कर अपनेको गिरफ्तार कराये, और गिरफ्तार न हो सकें, तो फोक्सरस्टको कूच करें। हम काम नहीं करते तो खानोंकी खुराकपर निर्वाह करना अनुचित समझते हैं। आन्दोलनके तुरन्त आरम्भ होनेकी सम्भावना।

[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, २९-१०-१९१३

१. यह जोहानिसबर्गसे भेजे गये रायटरके एक तारका अंश है । इसके अनुसार गांधीजीने यह कहा था कि भारतीयोंने और भी खानोंमें हड़ताल कर दी है और इनमें से बहुतसे गिरफ्तार कर लिये गये हैं। देखिए दक्षिण आफ्रिकाके सत्याग्रहका इतिहास, अध्याय ४१ भी।