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१५७. पत्र: मगनलाल गांधीको

टेंट्स
"माउंटेन व्यू"
पो० बॉक्स २४९३
जोहानिसबर्ग
आश्विन सुदी ३[अक्टूबर २, १९१३]

चि० मगनलाल,

जोहानिसबर्गकी पाठशालाकी कोई रिपोर्ट या खबर आये तो उसे बिलकुल न छापना। हबीब मोटनको समाजसे निकालनेकी जरूरत है। अंग्रेजी सामग्री अधिक हो जाये तो विज्ञापनका जो अन्तिम पृष्ठ होता है उसे छोड़कर अंग्रेजीके पृष्ठ सात रखे जायें।

'स्टार' के कलके तारसे मालूम होता है कि स्त्रियोंने भी उपवास आरम्भ किया है। दुःखोंका अनुभव हितकर होता है।

मोहनदासके आशीर्वाद

[पुनश्च :]

गुरुवार-प्रातः

तुम्हारा पत्र मिला। आज' बारह स्त्रियाँ गिरफ्तार होनेके लिए मैरित्सबर्ग गई है। श्री कैलेनबैक उनके साथ गये हैं। अन्य दो स्त्रियाँ आज फेरी करनेपर पकड़ी गई है। जमनादासका पत्र निराशापूर्ण है। यह हुक्म दे दिया गया है कि सदरा और कस्ती' दे दी जायें और चेचकका टीका न लगाया जाये।

जमनादासको अकेला ही बुलानेके लिए तार देनेका विचार किया है। आज या कल तार दूंगा। लेख भेजे हैं। इसमें से जितना उपयोगमें लेना हो उतना ले लेना है।

गांधीजीके स्वाक्षरोंमें मूल गुजराती प्रति (एस० एन० ५९०१) की फोटो-नकलसे ।

१. अक्टूबर २ ।

२. राजू और विली मुरगन ।

३. देखिए “पत्र : मगनलाल गांधीको", पृष्ठ २३० ।

४. यह उपलब्ध नहीं है।