पृष्ठ:समाजवाद पूंजीवाद.djvu/२०८

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रुमी साम्यवाद

स्मी साम्यवाद २०१ है। अाप देखने हैं कि अमुक राजा के राज्य अथवा लोस्तंन में मन्यना का पतन हो रहा है और सिवाय याने बनाने और दलन्दियों के झगड़े के और कुछ नहीं होता, तो श्राप क्या करेंगे ? क्या अाप यह नहीं कह उठेंगे कि यदि पात्र या दस साल के लिए मेरे हाथ में सबांधिकार हो तो मैं क्या नहीं कर सकता ? यह आवश्यक है कि श्राप को क्रोमवेल या पायरिश नेता रोख प्रमेट की भांनि पालमैण्ट अथवा जनता के बारे में कोई ग़लत धारणा न होनी चाहिए। क्रोमवेल ने पालनण्ट को इंग्लण्ड के राजा का मिर उतारने के लिए प्रेरित किया, किन्तु जब उसने पालमपट में सर्वश्रेष्ट लोगों को भरने की कोशिश की तो वह बुरी तरह असफल हुधा और उपको फौजी कानून के जरिये इंग्लैंड का शासन घलाना पड़ा। पायरिश नेता एमेट ने यह श्राशा की थी कि उसको पुकार पर लोग आजादी के लिए उ पडे होंगे, चिन्नु यह टसकी दुराशा सिद्ध हुई और उसे फांसी पर लटका दिया गया । हमारे श्राधुनिक अधिनायक से किन्हीं श्रमों के शिकार नहीं हैं। वे श्रमजीवी आन्दोलन और संगठन तथा गुप्त पड़यंत्रों की प्रत्येक धारा का अनुसंधान करते है और कुछ वर्षों की जेल भी काट पाते हैं । इससे उन्हें मालूम हो जाता है कि श्रमजीवी संस्थाय और उनके नेता था तो बहुत कम प्यावहारिक होते हैं या ऐसे प्रादर्गवादी और सनकी होते हैं कि जिनको शालन की वास्तविकतानी का कोई ज्ञान नहीं होता और न जिनन लाने की कोई ताकत ही होती है। ये लोग हमेशा थापस में माइते रहते हैं और सब-के-सब अत्यन्त अल्प संख्या में होते हैं। उनसे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे कभी कोई अच्छा या बड़ा काम कर सकेंगे। ___ ऐसी दशा में नेपोलिन, हिटलर, मुसोलिनी या कमाल पाशा' जैसा श्रादमी क्या करेगा? वह अपने आपको छोटी-दोरी राजनैतिक दल- वन्द्रियों से अलग कर लेगा और उनके मुकाविले में विशाल जन-समूह १. गन् वर्ष मृत्यु हो गई।