पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/४९२

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

+] प्रॉफिन की मजदूरी, दिनभर की। चतुतः प्रपात नत - ना ३५ नया। अमन : सपूर, नायो पूरा मनुर --- नागप्पा गरमाई, प्रामाणन . 3 देशमा बास बनाने परन्तु विनो] [भरा | सो से सजाय ! IV.11, 44र इस 11 का नका'मागू. i मामिप मताना पाप मात्र या प्रका)। नभात' महाँस-या देवता - म्यागपत्र किस्म में. पर २१९२५T. VIRRIEगा: p. . राजोर,... (गिहबर | पनि पला । पन । ती देवता की - प्रस्तर के पिकतो पापा मम चन पगार-II 17, 0१८१४! बाद शतिर हा महानniचिर पर प्रा बनन] देव -पाजाम: प्रारे पंपूरक. काम र बाणा (नगक) का मिाा देव माई 41012), धार, हायक गा, भारता+1-वार पमान नराश्चिमा समृगल चारि बायपार यि - पुन, चिलाएपना व ग माहीं गगन पवा ] FAI गया- कमी देवामुरम [ गुप-1) प्राणों महापन मा फोहै. निरा गोरा चहानान.31 शापा-गपा.मा नण म. -TY NE: ( २५ लामो में अन्नान वन मिा. सम्म गने। मन्यन्न ग्नने माना, लि, १६५ ११, Fliy भायी गया मन -नागा बत्न'। -जगपन कुल जनता पौन-1010.! 44त्रिी म्या, थी। [av ! fre, - अहोरात्र देशलाबी गा पर नि नि मग ध्या किमा, गापास काम, उपहा विपर. भार दंत्रित्र (वि.पी. को दाउन्न 1.लामीर. - पत्र-मन् (ना| देवाब- - गोप समन देवा गावा पाला मा. विला, पोपापा. भान राव को 4 मी मान - परिका पम्प, पाशः १२१.कपा ९।१५-पांत. उन का एक नया भर ा पर-मुगामात निरागा चारा. मग शेप देगा- १६ - Panj प परष्टिक raj - १ | भाग्य में साचित.. -दविपाक भान नरम Pामा, पारा, . आगा। भाप रा रा र पा परिता-२010. 'कि नीती +4] शान्ति - गोषः माज की मां-पर नि.] माप हैप-कपः। उभरंमा गान गण गाना 2 भार में जिला रं नव बम - आया हा प्रस-ग्राम नरमपन पोषि-मार का का परम HEEL वर्षामा समेload, ति चारपालि छ- मन्ना पान. fimi • पनु- दि. 411 गाना, नाना 2. मनामनात -भाग नपं... संपाव भाल, मोना मारन'. गर नाना पयाम्पगोय. -सन वगान नभमानकका वन विपना. aormi:- कम निति दम्प पू 1. बलबहने वाला, चन, गाय को बचीन भागो माकपा या मर' पर दहिद- है मलव भाव प्रकारा-13बर उद्धः -होnिa गावहीन गिन - मंग, पका A. IT गा पा वह भाव भी गुरुमार पाल सिएम की रचना पणा दागा। पर कोई करता आले माम संक [देष-वन पन। नाम कमाने के लिए। tarimej ला-1 [ववा-४ शिश्यपनो [गोल] 1 एमए गाय । उप रिफा माह को प्रेममा, विष्यता-बारात विष गण गम् 5