पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/२९०

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= काह। बिक रविः भाग -3 10. मात्र जिप : मन] मा परामिण कि पद होका मिलावरून पा. कला, --- 1. मिलनाना (कुको मानि) को माग रगतमाम (से किसका तत ला, कति film --सोन Marभा मामला -.-4६ राकागजा मत पा कटायों सेवनानं कपासनाग'। लिए प्रयास होने वाला एक प्रकार का धाम जागा पि.), (f) |पाम-साक, मन्..- पण मामक रास का गंगा नगएमा पंचाग्दसनामना....ममर, पा-7.01. र. 110-1 -पथ MHANS पाप-5 कापा हात पान. ५ .." सालि (...) [काए +] कोट का नाम । काका'कामचन] 1 नाही ना, धिकार गरि-सी (4)[+मागम | भनी तया ॥xt. गा.पार गा किनारे स्थित एक प्रसिजनगरी यजेमार 2 तासीर नाना-पा पाराणसी. सज पावन नदिपक .. बनाकर गोपामा मादणे-दिशा पगे। तम-4 सिको गपि.- पान ! मन: कहो वमा गई सबा का नाम. कारचालकान भागनं क पा मम सन्तरण नाही का घर पर ली । मा - वि.) [रमी) चार सपाग के अन्त में; गत - | वपर केला, पुष. एक मोटा [काल+, चिया र वौसान चिमोकान : को भी यो पाग गा. पारण दुए शिलाई दनं नाकामर होने पर मुरवार, मागंला- बाता, सार जितकाक्षिन-यो पागि विता विना में पाग बरे नदी मा.आति व्यवहार करता। +ो पार से पानी पान की कामना की मापि भाभको नहीं बन पर गाक कान के माप मंसी की नीर्वपाक । नारी। पतन, मातार माती काग- बलिप, २. ग. गो. मन्यम! एक सपा कने माना छा कार-मार स्पिार ग पापा जिमै लोग सपा मालागे नाम से जा देवरा का भ - पलाच हक का सम. है, वाम गात नदी --पुनित मानी, गामी प्रतिण. --1101 -क_रहार-को गिला. मातार (O) (रो-रो) [मार- कानि बाप.की कनाट विनाको रेप का वा कमाने जाना, मा. कोपा गर्ने --01010) एक देश और ना निमारत व का होरा कौर, काष्टकर--- काविर पु.] मा का नाम - पामीर-मार, वारन जग हुब मांठा, -पसी की -पीपालम्भाभिमागतान पर ते मीचपनिमारिकामा मामाका | AIMEnj 11 की कहो : -गीन भी 2 का परम म, नाफामारमन् -1 मतारमको भाग -ग) मेपर, बांकगम-मासिist. दिम, प्रदेग 40 ५५१ ब्रोमा हव या शि-११५ विपिपरमिता TT हि साधा त मायनॉमितम् नान यस्मान २० मदिरा । पर म भीमा, म नीला, Ifta -काममा - मागतानेदालानुनिक-03:14 पाँच काम: [44-श्रण] 1 एल परिव कमि का नाम का तान, पंपा. वि. मिलिर पित 2211 14. 1 गया • भरिक प्रातम नोर जाना काम सम का जागा की माप-ना। सागर कलात् -- गर और भय का मालिक [भार- ] ममाहा । मानिािटिका महामंटा हराया। भारती गापा | ft] प्रणी, तानचामि पात मालपि मागन्तव्यविन ३३ -वानि ॥६८ पालीमा ली (कृम्भित पिए या भलालेय को मार्गको कार