पृष्ठ:संस्कृत-हिन्दी कोश.pdf/१३८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

[ १२, निराग, (वि.) मानुषी सिम, 'मान को भूमान का स्याल,-पिस्सिा, deergी, जीवों में परा मा नया साधना पाभी का हमार, महिला चाहे की विजिला - (14)ीमुल में मुका, बत्राना शिबिरान किस्मानियन नपाम (मिसका शरीर वादा.- 4.) बानुष में भी हर्ष सोम. तापना की होती है)-पर- बातो मारा, मिकी मंबांमुषो में मरी हुई है। मबार पूर्व पाया घोड़ा को परमांका, बोड़ो का मन (वि० [..] 1 न मुन। हुलाएन। मामूल-मित मोजोभा वाहम, भोको को बामने है? पूर्ण, ममिति। बाल-- सामसभामा पा-यो संचीत (वि.न."|affeल. वेदो के द्वारा का वाद-माप,-मा विवाहिनिम मनांकित न हो। में मोर पोहे शंच रहनं वलीलामाविक m. षका १०).]1 वर्गलकर यो उदष्ट मुक (1) भिगका मूह कोई मेस- हूं, बटिपा निप. मत.एस। पार मात्रा पर निगर. am - माजीमन भर लान +] 1. नमा विमरवा लि निकर कागदा ना. अातीकामा बल- कर एक पा मिल में महिलामा -lavt. परिभादवा | है-बचावरेप मातर गपापपोजन . भावित लम् 1ोगमारू भाषा, र ? At -नेमिकोबीन पिक) (A) (समा का त दाम मि पेमे प्रय गांबलोप पवध रखने गम ." ना विगो थोता मन पर्न, नासा नाना पाहा.-मून - मर्म और पाक की मावना की-दा- समन मुग गोडे लगे हप हो । कबडागा) समी।

  • म, मुना मानाननंन दमासी गा बिना एक नमश्च नायनी नजारस गnिite-

सा, नया-नगणननिभिन चापा लामाल नमना-मनाकारो पात्रो का मानन. मग, वाघोर विकार पलटीमरमा साइत - बागा (1) एपमानन पर्वत अब नाम कमाणको मारमा पैग की- है निगंगालो एवं नदी-गल, क 'सापन र एकानाम), 'g' बरिया पोत कपोका स्थमी वध मनपणन ira करने वालो कुर्नयात काय गलकार कमीप सम-जन- स्या निनामा मय की माला- | पुल निगमरमर पादों की [नतिन बचानन शिगुना, दिन-पत्र मोसी, मारोहो बार-बारमानापारी, करन लिम रित 1 जस..पाहतार ) कोमय योग। --- मुन 1. मेवो को मानमत बोडोशाक असंच मा.लि हु 1Y01 पेबर एमाण, मावदा-वन | 14.मनी तक्या ना बाट

  • गाय मा-बी का चिकित

Meो जाना ही ! (पोउँ सर पर रखने वाले म, माना जाना पलंग, बोरी, मनमा जी --रायगईष्टी विधायक निपान हॉटम् को पन:- पुस्तक, ताकि यो और रवी लामिक WATi) शोहा और घोर । माहट मालावित १४०) गमवार, अवमायोडी -विक में . विधिको-पम मिशेडियो कारगिना, वो और कषअगनामक- २" मेनात.-बम परीस्नेिही देवाधि मारमा --स्वार ! वि.) tr.-मापूर मनोभा-सिप मार ने जपान -मान, रोना, हम (क) बारे एमा-परमार भवानी को बुराम बागडे तारोही कल्पनारी-जम (वि० को गिरोनित नाति नौशादी पान-कति सवयना देत-बा बुक गरेबान-कुटी पाणकाला। -विशेषगर, माध्यमिगी अबस्य + मुम ममामालजात्याला भीग.1 मा का गन्दीका। तामाकोरे का मुम, गोसन एजधाप । -यामः एम-पलनमाला शेषों मारा (नी-) [मार+सरकार। औप- मागीमो नारा