तीसरा अङ्क
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परनारीको अपनी माताके समान जानना चाहिये। झूठ कपटकी बात सदा कहनेमें शरमाना चाहिये॥ कथा पुरान सन्त संगतमें मनको बहलाना चहिये। नारायणका नाम सदा मनके अंदर लाना चहिये॥