यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(४०)
राग बिलावल
- इस राग में सात स्वर लगते हैं।
- इस राग में सब स्वर शुद्ध लगते हैं।
- इस राग का वादी स्वर "ध" है।
- इस राग का संवादी स्वर "ग" है।
- इस राग के गाने बजाने का समय प्रातःकाल है है।
- आरोही = स रे ग म प ध नी सं
- अवरोही = सं नी ध प म ग रे स
- पकड़ = सं नी ध प, म ग, रे स
(ताल सरगम तीन ताल)
समतालीखालीताली
|
|
|
|
अन्तरा
|
|
|
|