पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/९८

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१ ८८ ) --दिन तीतर--तीतरी कबूतर ----कबूतरी गीदड़-गीदड़ी। ( अ ) नुवैतर अज्ञात प्राणिवाचक संज्ञाओं में भी बहुधाई । 35 * -- नरन लुहार---लुहारिन अहीर---अहरिन


धोबीघोविन | { २) ययान अंतर वर्णवाचक संज्ञा के अंत में इन • :..; २३; ; ;-वाचक और मनुष्येतर प्राणिवाचक संज्ञा बाये-नाविन साँप----सॉपिन नाग-नागिन इयां----इयन। -- सिंइन्। न्यार---रनी मंशा के अंत में ना? 3ाचक संज्ञा के पातु 4t ४; 13 ---