पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/८८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
 

चैत्र अध्याय शब्द-साधन पृहला पाठ बिकारी और अविकारी पहले एक लड़का फिर एक लड़की आई । । यह जो लड़के खेलते थे, उन्हें सिपाही ने हटा दिया । ३ लइके अपने घर गए । वे अब न खेलेगे । १५७---ऊपर लिखे वाक्यों में रेखाकिंत शव्द ऐसे हैं, जिनका रूप अयं के अनुसार बदल गया है । पइले वाक्य में लड़का शब्द संज्ञा ६ और वह पुरु५ जाति का बोध कराता है। उनको बदल कर लड़का सज्ञा बनाई गई है जिसमें स्त्री जाति का बोध होता है। दूसरे वाक्य में

  • संज्ञा “लड़की और लड़के रूपों में आई है।

| दर वाक्य में उन्हें सर्वनाम आया है। यह शब्द तीसरे वाक्य में आए हुए “ये उर्वनाम का रूप है । चौथे वाक्य में छोटा में खाया है जिसका रूप लडकी संज्ञा के कारण छोटी" हो य?। बाय में लेते थे क्रिया आई है। इसका रूप "खल ६ यः ? के तीसरे वाक्य में आया है ।

  • इब्द ; रूप अर्थ के कारण अथवा दूसरे शब्दो के सत्रच ६