पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/८१

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बह मुझे बुलावेगा–मै उसके यहाँ जाऊँगा ।। ज्वर की दशा में-भूख लगती है-नीद नहीं है मै काम पर नहीं गया---मेरी बहन बीमार थी। लड़का नम्र वचन बोलता है--सब उसे चाहते हैं। तुम छोटे हो---बुद्धि में बड़े । समुच्चय-बोधक की व्याख्या वाक्य–मै अपने मित्र के घर जाता हूँ अथवा मेरा मित्र मेरे घर आता है; परंतु यदि इस प्रकार भेंट नहीं होती तो दोनों संध्या के समय पुस्तकालय में मिलते हैं । अथवा---समानाधिकरण समुच्चय बोधक, विभाजक दो वाक्यो को मिलाता है-- ( १ ) मैं अपने मित्र के घर जाता हूँ। - ( २ ) मेरा मित्र मेरे घर आता है ।। परंतु---समानाधिकरण समुच्चय-बोधक, विरोध दर्शक, दो वाक्यों _, को जोड़ता है- (१) मेरा मित्र मेरे घर आता है । ( २ ) दोनो संध्या के समय पुस्तकालय में मिलते हैं । यदि-व्यधिकरण समुच्चय बोधक, संकेत-वाचक, दो वाक्यो को ‘मिलाता है-- । ( १ ) इस प्रकार भेट नहीं होती । ( २ ) दोनो संध्या के समय पुस्तालय में मिलते हैं । तो-व्यधिकरण समुच्चय-बोधक; “यदि का नित्य संबंधी । | अभ्यास १-पिछले अभ्यास में आए हुए समुच्चय-त्रोधको की व्याख्या करो।