पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/३७

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

= दूसरी पाठ संज्ञा के भेद | कृलकत्ता बड़ा शहर है । । सिद्धार्थ राजकुमार थे। | हिमालय ऊँची पहाड़ है। गंगा पवित्र नदी है। -७३-ऊपर लिखे वाक्यो मे रेखाकित शब्द संज्ञाएँ हैं, क्योकि प्राणी वा पदार्थ के नाम हैं। इनमे “कलकत्ता', 'हिमालय', 'सिद्धार्थ और “गंगा” ऐसी संज्ञाएँ हैं जो किसी एक ही ( विशेष ) प्राणी वा पदार्थ का नाम सूचित करती हैं । हिमालय एक ही (विशेष) पहाड़ का नाम है, गंगा एक ही (विशेष ) नदी का नाम है और सिद्धार्थ एक ही ( विशेप पुरुष का नाम है }। जिस संज्ञा से किसी एक ही प्राणी' वा पदार्थ का नाम सूचित होता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। ७४-ऊपर लिखे रेखाकित शब्द शहर, नदी, पहाड़ और राज- कुमार भी संज्ञाएँ हैं; परन्तु इन संज्ञाओं से किसी विशेष प्राणी व पदार्थ को बोध नहीं होता है । 'शहर' संज्ञा बंबई, कलकत्ता, लंदन, पेरिस आदि सब स्थानों का नाम सूचित करती है । इसी प्रकार नदी संज्ञा गंगा, जमुना, ब्रह्मपुत्र आदि सभी नदियों के लिये आ सकती है। जो संज्ञा एक जाति के सब प्राणियों या पदार्थों का नाम सूचित करती _ है वह जातिवाचक संज्ञा कहलाती है। । । व्यक्तिवाचक और जातिवाचक संज्ञाओं में मुख्य अंतर यह है कि । व्यक्तिवाचक संज्ञा अर्थहीन और अनिश्चित होती है; परन्तु जातिवाचक संज्ञा सार्थक और निश्चित रहती है। यदि किसी स्थान का नाम कलकत्ता है तो इस नाम से उस स्थान का कोई गुण प्रकट नहीं