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विशेषण का संज्ञा से है, उस प्रकार का संबंध क्रिया-विशेषण का क्रिया ६९-दूसरे वाक्यो में **पास’’ शब्द भी आया है जो आया है क्रिया की विशेषता बताता है; परंतु वह क्रिया के साथ गाय' शब्द का संबंध भी बताता है; इसलिये उसे संबंध-सूचक कहते हैं। इसी प्रकार तीसरे वाक्य में और शव्द संबंध-सूचक है, क्योंकि वह कुत्ता" संज्ञा संबंध देखा है क्रिया से जोड़ता है। क्रिया के साथ संज्ञा ( वा सर्वनाम ) का संबंध जोड़नेवाला शब्द संबंध-सूचक. कहलाता है। ' ७०---तीसरे और चौथे वाक्यो में “तुम और पाँचवे वाक्य में उस' शब्द हैं, जो क्रमशः सुननेवाले मनुष्य के नाम और गाय संज्ञा के बदले आए हैं। ये शुब्द संज्ञाओं के बदले आये हैं; इसलिये इन्हें सर्वनाम कहते हैं। राम आया और कृष्ण गया } राम आया, पर मोहन नहीं आया । यदि मोहन आता तो श्याम जाता । गोपाल जायगा केशव जायगा । ७१--ऊपर लिखे उदाहरणों में दो-दो वाक्य एक साथ आए हैं । और उनके साथ उन्हें मिलानेवाले शब्द भी हैं। और पर

    • यदि-तो' और 'वा' ऊपरवाले वाक्यो को मिलाते हैं। वाक्यों को

मिलानेवाले शब्द समुच्चय-बोधक कहलाते हैं। समुच्चयबोधक से मिले हुए वाक्य उपवाक्य कहलाते हैं । आह कैसा सुंदर बालक है ! ' अरे ! कौन मर गया ? हाय ! अब उस लड़की को कौन पालेगा ? ७२-ऊपर लिखे वाक्यो में रेखांकित शब्द वाक्य के किसी शब्द । से संबंध नहीं रखते और केवल विस्मय, आनंद, शोक आदि भनोविकार ' सूचित करते हैं । इन वाक्य को विस्मयादिबोधक कहते हैं ।