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करनेवाले शब्द को क्रिया कहते हैं । इसलिके खाती हैं, 'या” और बचावे शब्द क्रियाएँ हैं । ऊपरवाले वाक्यों में देखा है और "देखो' शब्द भी क्रियाएँ हैं क्योंकि ये "नुम' अर्थात् सुननेवाले मनुष्य के विषय में विधान करते हैं । | वाक्य में संज्ञा और क्रिया मुख्य शब्द-भेद हैं, क्योंकि इनके बिना पूरा वाक्य नहीं बन सकता । दूसरे शब्द-भेद इन्हीं दोनो के सहायक रहते हैं। क्रिया कभी-कभी एक शब्द से बनती है, जैसे, आया” "देखो और बचावे और कभी-कभी उसमें दो या अधिक शब्द रहते हैं, “खाती हैं, और "देखा होगा ।। ६७--पहले वाक्य में **गाय” संज्ञा के साथ 'काली' शब्द आया है, जो उसके अर्थ में कुछ विशेषता बताता है । इसी प्रकार कुत्ता संज्ञा के साथ एक शव्द आया है और वह उस सज्ञा के अर्थ में कुछ विशेषता प्रकट करता है। संज्ञा के अर्थ में विशेपता बतलानेवाळे शव्द विशेपण कहलाते हैं। इसलिए काली” और “एक शब्द विशेपण कहलाते हैं। इसलिए **काली और एक शब्द विशेषण हैं । चौथे वाक्य में गाय ' संज्ञा के साथ उस शब्द और छठे वाक्य में कुत्ता सज्ञा के साथ दुष्ट शव्द आया है। ये शब्द भी विशेषण हैं, क्योकि ये क्रमशः 'गाय' और 'कुत्ते' की विशेषता बताते हैं । । विशेषण जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते हैं, जैसे, “दुष्ट कुत्ता वाक्यांश में कुत्ता’ विशेष्य है । | ६८-दूसरे वाक्य में आया है क्रिया के साथ अभी शब्द : आया है जो उसके अर्थ में कुछ विशेषता बताता है । इसी प्रकार चौथे वाक्य में “देखो' के साथ झटशब्द आया है और वह उस क्रिया के अर्थ में कुछ विशेपता सूचित करता है । क्रिया के अर्थ में विशेषता बतलानेवाले शब्द को क्रिया-विशेषण कहते हैं। पूर्वोक्त वाक्य में "अभी और 'झट' क्रिया-विशेष हैं, क्योंकि क्रमशः “या है? और देखो' किया की विशेपता बताते हैं । जिस प्रकार का संबंध