पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/३१

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( २१ ) ५७---ध के पश्चात् त वा थ आने पर उनके स्थान में क्रमशः 2 वी ठ होता है । अभ्यास १-नीचे लिखे शब्दों की संधि अलग करो-~ प्रतिच्छाया, सद्गुण, सच्चिदानंद, सदसद्विवेक, पुष्ट, निषिद्ध, मरण, संपूर्ण, संयम, वागीश, तल्लीन, अनुच्छेद । । २-निम्नलिखित शब्दों की संधि मिलाओ--- • 'उत् + नति, शरत +चंद, सम+चय, अनु + छेद, सम +वाद, षट् + ऋतु, दिक् +मंडल, तुष्+त, श्रीमत्+भागवत, सत्+सास्त्र । विसर्ग-संधि निः + चल=निश्चल धनु+ टंकार=धनुष्टकार निः + छल=निश्छल मनः + ताप=मनस्ताप ५८-विसर्ग के आगे च वा छ हो तो विसर्ग के बदले शू हो जाता है, ट वा ठ हो तो ष और त वा थ हो तो स् होता है । दुः +- शासन-दुःशासन वा दुश्शासन निः + संदेह-=निःसंदेह वा निस्संदेह ५९----विसर्ग के पीछे श, ष वा स हो तो विसर्ग जैसा का तैसा रहता हैं अथवा उसके बदले आगे का अक्षर हो जाता है । उपः + काल-उपःकाल पयः-+-पान=पयःपान रजः +कण=रजःकण अधः पतन=अधःपतन ६०-विसर्ग के पूर्व अ हो और पश्चात् क, ख और प, फ हो तो विसर्ग में विकार नहीं होता ।। निः + ऋपट=निष्कपट दुः+कर्म=दुष्कर्म निः+फल=निष्फल दुः + प्रकृति-=दुष्प्रकृति ,