पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/२५५

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|,' ( ६ ) सामान्य वर्त्तमान | कच-पुल्लिग ( स्त्री० । २ चलत हौं (चलति ६ ) १, ३ जलत हैं ( चलते हैं। २, ३ चलत है ( चलति है) ३, चलत हौ । चलति है ) . ( १७ ) अपूर्ण भूतकाल कच-पुल्लिग ( स्त्री • }। १ चलत रह्यो-रहे-हु ॥ २, ३ चलत रहे, हुते (चल रही-हुत ) ( चलत रह-रदिऊँ-हुनी ) 5; ३ चलत रह्यो -हुती ( चलत रही-हुर्त ) २ चलत रहे-हुले ( चलते दही-हुत । | ( ४ ) सामान्य भूत | कच-पुल्लिग ( स्त्री० } १-३ चल्यो ( चली ) १-५ चले { चली । (६) आसन्न-भूत कच-पुल्लिग ( स्त्री॰) । १ चल्यो हौं ( चली हैं ) १, ३ चले हैं ( चली हैं । ३, ३ चल् है ( चला है ) २ चले है। ( चली है। ) ( १० ) पूर्ण-भून | कर्ता---पुल्लिंग (स्त्री)


* चल्यो रह्यो-हो ।

१, ३ चले रहे---३ | ( चल रहो----६ } | ( चल रही है। ३ चले २३------ १०-दूसरे रूम इसी आदर्श पर बनते हैं।