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( २२८ } ३६७---ऊपर लिखे वाक्यों में दो-दो मुख्य उपवाक्य और उनके साथ एक या अधिक आश्रित उपवाक्य आए हैं, इस प्रकार के वाक्यों को मिश्रित वाक्य कहते हैं । ये वाक्य मिश्च संयुक्त भी कहाते हैं, क्योकि इनमें दोनों प्रकार के वाक्य मिले रहते हैं । मिश्रित वाक्य एक से अधिक मुख्य उपवाक्यो और एक अधिक या आश्रित वाक्यो के भेल से बनता है। अभ्यास १-नीचे लिखे वाक्य के भेद झारण-सहित बताओ----- गौतम बुद्ध के पिता नाम शुद्धोदन था । जब मेरी वृद्धावस्था आएगी तब क्या मैं दुखी न होऊँगा १ वे प्रायः यही सोचा करते थे कि क्या कोई ऐसा उपाय नहीं है जिसके द्वारा मनुष्य सदा के लिए दुख से छुटकारा पा जाय । संसार में घोडे का आदर प्राचीन काल से है, परंतु सबसे श्रेष्ठ घोड़ा अरब के ही होता है। परिश्रम करने में एक तो भोजन का परिपाक खूब होता है, फिर भूख अच्छी तरह लगती हैं और नींद भी खूत्र आती है । लक्ष्मण ने भी बडे भाई के साथ जाने की इच्छा प्रकट की, और जब रामचंद्रजी ने देखा कि वे किसी प्रकार न मानेंगे तत्र उनसे कह दिया कि अपनी माता की आज्ञा लेकर चलो । इनका विशे• धता यह थी कि इनके प्रति भारतवासियों का जितना प्रेम था उतना ही सरकार भी इनका आदर करती थी । यदि ये लोग परिश्रम न करते और भाग्य ठोकर रह जाते तो यह दिन कहाँ से देखते । छठ घाट संकुचित वाक्य राजा और रंक ऐसे देश-सेवक के उठ जाने से पछताते थे । छः घंटे तक समुद्र की लहरें धरती की ओर और छः घंटों तक उलटी बहती हैं।